रायपुर: कांग्रेस नेताओं के घर ईडी की कार्रवाई के दूसरे दिन भी प्रवर्तन निदेशालय के पचपेड़ी नाका इलाका स्थित दफ्तर के आगे विरोध प्रदर्शन चलता रहा. एक दिन पहले यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई ने ईडी कार्यालय का घेराव किया था. मंगलवार को कांग्रेस विधायक धनेंद्र साहू, पूर्व राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा और रायपुर जिला पार्टी इकाई (शहरी) अध्यक्ष गिरीश दुबे के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने ईडी कार्यालय के बाहर धरना दिया. कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार पर राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया. इस बीच प्रदर्शनकारियों ने ईडी दफ्तर में घुसने की कोशिश की तो पुलिस से झूमाझटकी भी हुई.
ईडी दफ्तर के ऊपरी तल पर पहुंच गए दो कार्यकर्ता: ईडी दफ्तर का घेराव करने सैकड़ों की संख्या में पहुंचे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पुलिस से झूमाझटकी के बाद सभी कार्यकर्ता ईडी दफ्तर के सामने ही जमीन पर बैठ कर अपना विरोध प्रदर्शन करते रहे. इसी बीच कांग्रेस के 2 कार्यकर्ता पुलिस की नजर बचाते हुए ईडी दफ्तर के ऊपर वाले फ्लोर पर पहुंच गए और अपने साथियों को गमछा हिला कर इशारा किया.
कोयला लेवी घोटाले से जुड़े हैं कार्रवाई के तार: ईडी ने सोमवार को कथित कोयला लेवी घोटाले की जांच के क्रम में छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी नेताओं से जुड़े प्रतिष्ठानों सहित दर्जनभर से अधिक जगहों पर छापेमारी की. रायपुर में 24 फरवरी से प्रस्तावित तीन दिवसीय अधिवेशन से पहले हुई इस कार्रवाई से कांग्रेस आग बबूला हो गई है. कांग्रेस ने रायपुर से लेकर दिल्ली तक प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और ईडी के एक्शन के बदले की कार्रवाई करार दिया.
कांग्रेस से डरी हुई है भारतीय जनता पार्टी: केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए छाया वर्मा ने कहा कि "भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस से डरी हुई है. इसलिए उसने केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग करने की ऐसी रणनीति का सहारा लिया है. हम ऐसी बातों से नहीं डरेंगे. इसके खिलाफ लड़ेंगे और मजबूत होकर उभरेंगे."
सीएम ने बताया था राजनीति से प्रेरित कदम: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को कांग्रेसी नेताओं को घरों पर ईडी का छापेमारी को राजनीति से प्रेरित कदम बताया था. सीएम ने दावा किया है कि "भाजपा कांग्रेस से डर गई है और राजनीतिक विरोधियों की आवाज को कुचलने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है." सीएम बघेल ने यह भी दावा किया था कि "भाजपा की मंशा रायपुर में कांग्रेस के अधिवेशन को प्रभावित करने की है." सीएम ने रमन सिंह और राजेश मूणत के खिलाफ ईडी के कार्रवाई की मांग की है. सीएम बघेल ने कहा कि जब राजेश मूणत रायपुर आए थे तो उनके पास एक स्कूटर और प्रिटिंग प्रेस था. अब इतनी आय और संपत्ति कहां से आई. रमन सिंह के ऊपर भी आय से अधिक संपत्ति का आरोप है. उसमें कार्रवाई क्यों नहीं हो रही"
जैसे जैसे जांच बढ़ेगी ईडी कार्रवाई करती जाएगी: इस मामले को लेकर राजनीति के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार शशांक शर्मा का कहना है कि "ईडी केंद्रीय गृह मंत्रालय के आधीन है और यह बहुत ताकतवर संस्था है. इतनी ताकतवर है कि मुझे नहीं लगता है कि यह लोग कोई केस एक बार हाथ में लेते हैं, तो उसके बाद बहुत ज्यादा ऊपर से सुनते हों. ऐसे में ईडी पर ऊपर से कोई दवाव बनाने से कुछ नहीं होने वाला है. ईडी छापे की कार्रवाई कर रही है. जैसे जांच आगे बढ़ेगी, अपनी कार्रवाई करती जाएगी."
सरकार से पूछा जाना चाहिए कि 90 फीसदी रेड विपक्ष पर क्यों: शशांक शर्मा ने कहा कि "भाजपा का विरोध करना या भाजपा पर दबाव बनाना, यदि यह है भी तो भाजपा का नहीं है, सरकार का जरूर हो सकता है. ऐसे भी यह सवाल जरूर पूछा जा सकता है कि देश भर में जितनी भी कारवाई हुई है या छापे पड़े हैं उसमें से 90 प्रतिशत लोग विपक्ष हैं. क्या भारतीय जनता पार्टी की जहां जहां पर सरकारें हैं वहां पर जितने मंत्री है सब दूध के धुले हैं. कांग्रेस के प्रदर्शन से मुझे लगता है कि भाजपा पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन सरकार पर जरूर दबाव बन सकता है."
रात में आरपी सिंह को हिरासत में लिया, सुबह छोड़ा: सोमवार को दिनभर चले सियासी उठापटक के बाद रात में ईडी की टीम ने कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह और विधायक देवेंद्र सिंह के भाई धर्मेंद्र सिंह को हिरासत में लिया था. लंबी पूछताछ के बाद मंगलवार की सुबह ईडी ने दोनों को छोड़ दिया है. हालांकि दोनों से कहा गया है कि पूछताछ के लिए उन्हें कभी भी बुलाया जा सकता है.