रायपुर: छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है. शराब घोटाले मामले में ईडी ने शुक्रवार को एक और गिरफ्तारी की. ईडी ने CSMCL ( छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड) के पूर्व एमडी अरुण पति त्रिपाठी को गिरफ्तार किया. ईडी ने उन्हें रायपुर में विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में पेश किया. प्रवर्तन निर्देशालय के अधिकारियों ने विशेष न्यायालय से 14 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन न्यायाधीश ने 3 दिन की रिमांड दी है.
गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रहे थे त्रिपाठी: सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ईडी की गिरफ्तारी से बचने के लिए अरुण पति त्रिपाठी फरार चल रहे थे. गिरफ्तार होने से बचने के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की थी, लेकिन ईडी की टीम ने शुक्रवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
तीसरे सरकारी अधिकारी गिरफ्तार: छत्तीसगढ़ में यह तीसरे सरकारी अधिकारी की गिरफ्तारी है. इससे पहले ईडी ने छत्तीसगढ़ के अधिकारी समीर विश्नोई और सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया था. दोनों ही जेल में हैं. अब शुक्रवार को ईडी ने अरुण पति त्रिपाठी की गिरफ्तारी की है.
"छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला से रिलेटेड ईडी ने पहले कुछ लोगों को अरेस्ट किया है. छत्तीसगढ़ शराब घोटाले अरुण पति त्रिपाठी के खिलाफ महत्वपूर्ण सबूत मिले थे. उसी के आधार पर आज उनकी गिरफ्तारी की गई है." - डॉ सौरभ पांडे, एडवोकेट, ईडी
शराब घोटाले को लेकर बड़ा खुलासा: ईडी के वकील सौरभ पांडे ने बताया कि छत्तीसगढ़ में जो शराब घोटाला हुआ है वह तीन पार्ट में डिवाइडेड है. पार्ट A में शराब मैनिफेक्चर है, उन्हें सलेक्टिव लाइसेंस देने से संबंधित है और कमीशन लेने से संबंधित है. पार्ट B में कलेक्टेड कमीशन के डिस्ट्रीब्यूशन और शराब शॉप से कलेक्शन कैसे करना है, उससे संबंधित है. कार्रवाई के दौरान ईडी ने एपी त्रिपाठी के घर से 01 लैपटॉप और 01 मोबाइल बरामद किया है. वही 01 मोबाईल आफिस से भी बरामद हुआ है, उसकी जांच की जा रही है.
"एपी त्रिपाठी बार बार कभी दिल्ली और कभी मुंबई जा रहे थे. तो इन्वेस्टिगेशन टीम ने गिरफ्तार करके ही पूछताछ करना बेहतर समझा. उनको 3 दिन के रिमांड पर भेजा गया है.जहां ईडी की टीम त्रिपाठी से पूछताछ करेगी." - डॉ सौरभ पांडे, एडवोकेट, ईडी
कार्रवाई को बताया पॉलिटिकल मोटिवेटेड: ईडी के एडवोकेट सौरभ पांडे ने जानकारी देते हुए बताया किपहले भी पूछताछ के लिए एपी त्रिपाठी को समन दिया गया और ईडी कार्यलय बुलाया गया था. लेकिन इस बार जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है, पूछताछ में एपी त्रिपाठी के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं. इसलिए इन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ की जाएगी. कोर्ट में सुनवाई ने दौरान एपी त्रिपाठी की ओर से ईडी की कार्रवाई को पॉलिटिकल मोटिवेटेड कार्रवाई कहा जा रहा था. साथ ही रिमांड कैंसिल करने की मांग की थी. लेकिन ईडी की कार्रवाई डॉक्यूमेंट्री कार्रवाई है. इसलिए एपी त्रिपाठी को 3 दिन की रिमांड पर भेजा है.
15 मई को होगी अगली पेशी: एपी त्रिपाठी के वकीलों का कहना है कि हमारी ओर से रिमांड खरिज करने के लिए पक्ष रखा गया है. ईडी की जो करवाई हो रही है, यह राजनीति से प्रेरित है. आरोप लगाया गया है कि बॉटलिंग की लेबलिंग कर पैसा कमाया गया है. लेकिन अभी तक कोई भी राशि बरामद नहीं की गई है. यह कार्रवाई पूरी तरह पॉलिटिकली प्रेरित है. कोट ने 15 मई को फिर इन्हें पेश करने को कहा है.
कौन है अरुण पति त्रिपाठी: अरुण पति त्रिपाठी छत्तीसगढ़ सरकार के आबकारी विभाग के विशेष सचिव हैं. पहले वे छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के एमडी भी रहे हैं. एपी त्रिपाठी इंडियन टेलीकॉम के ऑफिसर हैं, जो डेपुटेशन पर छत्तीसगढ़ में कार्यरत हैं. पहले छत्तीसगढ़ के दूरसंचार उद्योग में ग्राहक प्रति धारणा से संबंधित विषय को लेकर उन्होंने शोध किया था. जिसके बाद छत्तीसगढ़ के डॉक्टर सी वी रमन विश्वविद्यालय की ओर से उन्हें पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई थी.