नई दिल्ली: विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात की और यूक्रेन संघर्ष सहित वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. यह बैठक यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद वैश्विक भू-राजनीतिक परिवर्तनों के बीच हुई. जयशंकर ने ट्वीट पर कहा, 'संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटारेस के साथ व्यापक चर्चा हुई.
उन्होंने विशेष रूप से खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा पर यूक्रेन संघर्ष के वैश्विक प्रभाव पर विचारों का आदान-प्रदान किया. विकासशील देशों के लिए निहितार्थ गंभीर हैं'. अपनी बैठक के दौरान जयशंकर ने अफगानिस्तान और म्यांमार के संबंध में नवीनतम घटनाओं के बारे में बात की.
उन्होंने महत्वपूर्ण समकालीन चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए भारत के साथ काम करने में उनकी रुचि की सराहना की. जयशंकर वाशिंगटन की अपनी यात्रा के बाद बुधवार शाम न्यूयॉर्क पहुंचे. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने अमेरिकी समकक्षों एंटनी ब्लिंकन और ऑस्टिन लॉयड के साथ ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए बीते सप्ताहांत वाशिंगटन पहुंचे थे.
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भारत और अमेरिका ने सोमवार को तालिबान नेतृत्व से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्ताव का पालन करने का आह्वान किया, जिसमें मांग की गई है कि अफगानिस्तान के क्षेत्र का इस्तेमाल फिर कभी किसी देश को धमकी देने या हमला करने या आतंकवादी हमलों की योजना बनाने या वित्तपोषित करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए. भारत-अमेरिका के बीच चौथी 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता के बाद सोमवार को जारी एक संयुक्त बयान में दोनों देशों के मंत्रियों ने तालिबान से महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यक समूहों के सदस्यों सहित सभी अफगानों के मानवाधिकारों का सम्मान करने का आग्रह किया.
म्यांमार में हिंसा की समाप्ति, मनमाने ढंग से हिरासत में लिए गए सभी लोगों की रिहाई, लोकतंत्र और समावेशी शासन के रास्ते पर तेजी से लौटने का आह्वान करते हुए संयुक्त बयान में आसियान पांच सूत्री सहमति के तत्काल कार्यान्वयन का भी आह्वान किया गया.
(पीटीआई)