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लॉकडाउन की फुरसत में लड़की ने घर को बनाया आर्ट गैलरी

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Published : Mar 26, 2021, 10:14 AM IST

लॉकडाउन के दौरान कर्नाटक के डोड्डाबल्लापुरा की अंबिका ने अपने घर को आर्ट गैलरी में बदल दिया. अंबिका बताती है कि 2017 में मैंने कर्नाटक सरकार द्वारा उच्च ग्रेड ड्राइंग परीक्षा में भाग लिया था और प्रथम श्रेणी भी प्राप्त की थी. बाद में मुझे कॉलेज, कार्यक्रम और पार्ट टाइम जॉब के कारण ड्रॉ करना बंद कर दिया. लॉकडाउन के दौरान मैंने पेंटिंग शुरू कर दी.

आर्ट गैलरी
आर्ट गैलरी

बेंगलुरु : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए देश भर में लॉकडाउन लगा दिया गया था. वहीं कर्नाटक के डोड्डाबल्लापुरा की अंबिका ने लॉकडाउन की फुरसत में अपने घर को आर्ट गैलरी में बदल दिया.

बता दें अंबिका चिन्नम्मा और मंजूनाथ की बेटी है. अंबिका सेंट्रल कॉलेज में राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही है. अंबिका ने पत्थर में वारली कला कर आर्ट की शुरुआत की थी. फिर घर की दीवारों में वॉल पेंटिग करना शुरू किया. अंबिका ने कई चित्र भी बनाए है.

लॉकडाउन की फुरसत में लड़की ने घर को बनाया आर्ट गैलरी

अंबिका के माता-पिता उस समय हैरान रह हो गए थे जब अंबिका ने दीवारों में चित्रकारी शुरू की थी घर वालों को डर था कि कहीं दीवार बर्बाद न हो जाए. अंबिका ने दीवार पर बुद्ध, प्रकृति और महिला की भी पेंटिंग बनाई है. अब माता-पिता अपनी बेटी की पेंटिंग देखकर खुश हैं. अंबिका ने हर जगह पेंटिंग किया है, जिसमें पीस पत्थर, अलमारी, दरवाजा, बीयर की बोतल, फूल के बर्तन आदि शामिल हैं. घर आने वाले मित्र और रिशतेदार उसकी प्रशंसा करते है.

अंबिका बताती है कि 2017 में मैंने कर्नाटक सरकार द्वारा उच्च ग्रेड ड्राइंग परीक्षा में भाग लिया था और प्रथम श्रेणी भी प्राप्त की थी. बाद में मुझे कॉलेज, कार्यक्रम और पार्ट टाइम जॉब के कारण ड्रॉ करना बंद कर दिया. लॉकडाउन के दौरान मैंने पेंटिंग शुरू कर दी.

पढ़ें : मैक्सिकन आर्ट वर्क कार का चंडीगढ़ में होगा रजिस्ट्रेशन, HC ने दी मंजूरी

मैंने घर के बाहर और अंदर वारली कला की है जो गांव का रूप देता है. जब मैंने ड्रॉ करना शुरू किया तो मुझे परिवार के सदस्यों द्वारा डिमोटिवेट किया गया लेकिन लेकिन जब मैंने इसे पूरा कर लिया, तो सबने मेरी कला की सराहना की. मैंने सोशल मीडिया में अपनी कला की तस्वीरें साझा कीं. मैं वॉल आर्ट, मंडला आर्ट, वारली आर्ट और पेंसिल आर्ट करती हूं.

बेंगलुरु : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए देश भर में लॉकडाउन लगा दिया गया था. वहीं कर्नाटक के डोड्डाबल्लापुरा की अंबिका ने लॉकडाउन की फुरसत में अपने घर को आर्ट गैलरी में बदल दिया.

बता दें अंबिका चिन्नम्मा और मंजूनाथ की बेटी है. अंबिका सेंट्रल कॉलेज में राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही है. अंबिका ने पत्थर में वारली कला कर आर्ट की शुरुआत की थी. फिर घर की दीवारों में वॉल पेंटिग करना शुरू किया. अंबिका ने कई चित्र भी बनाए है.

लॉकडाउन की फुरसत में लड़की ने घर को बनाया आर्ट गैलरी

अंबिका के माता-पिता उस समय हैरान रह हो गए थे जब अंबिका ने दीवारों में चित्रकारी शुरू की थी घर वालों को डर था कि कहीं दीवार बर्बाद न हो जाए. अंबिका ने दीवार पर बुद्ध, प्रकृति और महिला की भी पेंटिंग बनाई है. अब माता-पिता अपनी बेटी की पेंटिंग देखकर खुश हैं. अंबिका ने हर जगह पेंटिंग किया है, जिसमें पीस पत्थर, अलमारी, दरवाजा, बीयर की बोतल, फूल के बर्तन आदि शामिल हैं. घर आने वाले मित्र और रिशतेदार उसकी प्रशंसा करते है.

अंबिका बताती है कि 2017 में मैंने कर्नाटक सरकार द्वारा उच्च ग्रेड ड्राइंग परीक्षा में भाग लिया था और प्रथम श्रेणी भी प्राप्त की थी. बाद में मुझे कॉलेज, कार्यक्रम और पार्ट टाइम जॉब के कारण ड्रॉ करना बंद कर दिया. लॉकडाउन के दौरान मैंने पेंटिंग शुरू कर दी.

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मैंने घर के बाहर और अंदर वारली कला की है जो गांव का रूप देता है. जब मैंने ड्रॉ करना शुरू किया तो मुझे परिवार के सदस्यों द्वारा डिमोटिवेट किया गया लेकिन लेकिन जब मैंने इसे पूरा कर लिया, तो सबने मेरी कला की सराहना की. मैंने सोशल मीडिया में अपनी कला की तस्वीरें साझा कीं. मैं वॉल आर्ट, मंडला आर्ट, वारली आर्ट और पेंसिल आर्ट करती हूं.

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