सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल के कूच बिहार इलाके में केंद्रीय राजस्व खुफिया विभाग (डीआरआई) ने एक सोना तस्करी गिरोह का भडाफोड़ किया. इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के पास से भारी मात्रा में सोना जब्त किया गया. इसकी कीमत 5 करोड़ 59 लाख रुपये आंकी गई है. जांच एजेंसी आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीआरआई को सोने की तस्करी के प्रयास को विफल करने में सफलता मिली है. तस्करों ने पतलून के अंदर गुप्त जेब बनाकर और कमर के चारों ओर सेलोटेप लगाकर सोने की तस्करी करने की एक सोची-समझी योजना बनाई थी. जांच एजेंसी ने तस्करी के लिए ले जा रहे 5 करोड़ 59 लाख रुपये का सोना बरामद किया गया है.
मामले में पकड़े गए सभी आठ आरोपी कूच बिहार जिले के रहने वाले हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया. न्यायाधीश ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी और 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया. इस संबंध में डीआरआई के वकील रतन बनिक ने कहा, 'जब्त किए गए सोने का अनुमानित बाजार मूल्य करबी 5 करोड़ 59 लाख रुपये है. घटना में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बरामद सोने का अनुमानित वजन 9 किलो 543 ग्राम है. न्यायाधीश ने गिरफ्तार लोगों को 14 दिनों की जेल हिरासत का आदेश दिया. अब इस बात की जांच की जा रही है कि क्या गिरोह में कोई और शामिल है.
डीआरआई सूत्रों के अनुसार आठ तस्कर कथित तौर पर खुफिया विभाग की जांच से बचने के लिए तीन अलग-अलग ट्रेनों में कूचबिहार से कोलकाता के लिए रवाना हुए. गुप्त सूत्रों से जानकारी मिलने के बाद डीआरआई ने ऑपरेशन शुरू किया. न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन पहुंचते ही डीआरआई ने एक-एक कर छापेमारी की. सभी को एक-एक कर तीन अलग-अलग ट्रेनों से गिरफ्तार कर लिया गया.
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उन्हें पूछताछ के लिए सिलीगुड़ी शाखा कार्यालय ले जाया गया और लगभग 9 किलोग्राम और 543 ग्राम वजन के कुल 80 सोने के बिस्कुट बरामद किए गए. खुफिया विभाग ने आठों को गिरफ्तार कर लिया क्योंकि हिरासत में लिए गए लोग कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सके. शुरुआत में पता चला कि गिरफ्तार लोगों के पैंट में विशेष जेब बनाकर सोने की तस्करी की योजना बनाई गई थी. घटना की जांच के बाद, डीआरआई को शुरू में पता चला कि बांग्लादेश सीमा के माध्यम से भारत लाए जाने के बाद बड़ी मात्रा में सोने की तस्करी कोलकाता में की गई थी.
(एएनआई)