ETV Bharat / bharat

डीआरडीओ व वायुसेना ने 'एंटी-एयरफील्ड' हथियार का सफल परीक्षण किया - 'एंटी-एयरफील्ड' हथियार का सफल परीक्षण

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय वायु सेना ने स्वदेश में विकसित स्मार्ट 'एंटी-एयरफील्ड' हथियार के राजस्थान के जैसलमेर में संयुक्त रूप से दो सफल परीक्षण किए हैं. रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी.

डीआरडीओ
डीआरडीओ
author img

By

Published : Nov 3, 2021, 7:55 PM IST

नई दिल्ली : रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय वायु सेना ने स्वदेश में विकसित स्मार्ट 'एंटी-एयरफील्ड' हथियार के राजस्थान के जैसलमेर में संयुक्त रूप से दो सफल परीक्षण किए हैं. रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी.

मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि उपग्रह नौवहन और 'इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सेंसर' पर आधारित दो अलग-अलग संस्करणों (हथियार के) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है. इसमें उल्लेख किया गया है कि इस वर्ग के बम का 'इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल' आधारित परीक्षण देश में पहली बार किया गया है.

यह भी पढ़ें- आखिरकार कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए WHO से मिली मंजूरी

'इलेक्ट्रो-ऑप्टिक सेंसर' को स्वदेश में विकसित किया गया है. मंत्रालय ने कहा, 'भारतीय वायुसेना के एक विमान से 28 अक्टूबर और तीन नवंबर को राजस्थान के जैसलमेर में चंदन रेंज से इस हथियार का प्रक्षेपण किया गया.'

बयान के अनुसार दोनों परीक्षणों में, उच्च सटीकता के साथ लक्ष्य को निशाना बनाया गया. इसमें कहा गया है, 'प्रणाली (हथियार) को अधिकतम 100 किलोमीटर की दूरी के लिए तैयार किया गया है.'

(पीटीआई)

नई दिल्ली : रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय वायु सेना ने स्वदेश में विकसित स्मार्ट 'एंटी-एयरफील्ड' हथियार के राजस्थान के जैसलमेर में संयुक्त रूप से दो सफल परीक्षण किए हैं. रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी.

मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि उपग्रह नौवहन और 'इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सेंसर' पर आधारित दो अलग-अलग संस्करणों (हथियार के) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है. इसमें उल्लेख किया गया है कि इस वर्ग के बम का 'इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल' आधारित परीक्षण देश में पहली बार किया गया है.

यह भी पढ़ें- आखिरकार कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए WHO से मिली मंजूरी

'इलेक्ट्रो-ऑप्टिक सेंसर' को स्वदेश में विकसित किया गया है. मंत्रालय ने कहा, 'भारतीय वायुसेना के एक विमान से 28 अक्टूबर और तीन नवंबर को राजस्थान के जैसलमेर में चंदन रेंज से इस हथियार का प्रक्षेपण किया गया.'

बयान के अनुसार दोनों परीक्षणों में, उच्च सटीकता के साथ लक्ष्य को निशाना बनाया गया. इसमें कहा गया है, 'प्रणाली (हथियार) को अधिकतम 100 किलोमीटर की दूरी के लिए तैयार किया गया है.'

(पीटीआई)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.