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काेराेना: अस्पतालों में एक भी बेड खाली नहीं, जमीन पर करना पड़ा इलाज - डॉक्टर अस्पताल के बाहर इंजेक्शन

राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम के सेक्टर 10 के अस्पताल में बेड नहीं था जिस वजह से मरीज को बाहर ग्राउंड पर लेटा दिया गया. इसके बाद उसे वहीं इंजेक्शन देकर रोहतक पीजीआई रेफर किया गया.

corona suspected patient
गुरुग्राम
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Published : Apr 25, 2021, 8:17 AM IST

गुरुग्राम : गुरुग्राम में कोरोना वायरस की वजह से स्वास्थ्य सेवा ही वेंटिलेटर पर आती नजर आ रही है. हर रोज बढ़ते मरीजों की संख्या के साथ बेड की संख्या घट रही है. अब हालत ये हो चुकी है कि डॉक्टर मरीजों का इलाज अस्पताल के बाहर की करने को मजबूर हो गए हैं.

ऐसा ही कुछ देखने को मिला है सेक्टर 10 के एक अस्पताल में जहां बेड खाली नहीं होने की वजह से कोरोना संदिग्ध मरीज को अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा सका.

देखें वीडियो

कोरोना मरीज की हालत इतनी खराब थी कि उसे डॉक्टर अस्पताल के बाहर इंजेक्शन लगाते दिखाई दिए.

बेड नहीं था तो बाहर ही शुरू किया इलाज

दरअसल, अस्पताल में बेड नहीं था जिस वजह से मरीज को बाहर ग्राउंड पर लेटा दिया गया. इसके बाद उसे वहीं इंजेक्शन देकर रोहतक पीजीआई रेफर किया गया. बताया जा रहा है कि मरीज ने कोरोना की जांच कराई है, लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं आई है. वहीं इस बीच उसकी बिगड़ी हालत को देखते हुए उसे रोहतक रेफर किया गया है.

ये भी पढ़िए : केवल 45 मिनट की ऑक्सीजन बची है, 100 से अधिक मरीजों की जिंदगी जोखिम में है: गंगाराम अस्पताल

जानकारी के मुताबिक गुरुग्राम में करीब 40 सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में कोविड 19 का इलाज हो रहा है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इन 40 अस्पतालों में बेड की संख्या नहीं के बराबर है. गुरुग्राम में ऑक्सीजन स्पोर्ट बेड की संख्या 16 है, जबकि आईसीयू बेड सिर्फ 1 ही बची है.

गुरुग्राम : गुरुग्राम में कोरोना वायरस की वजह से स्वास्थ्य सेवा ही वेंटिलेटर पर आती नजर आ रही है. हर रोज बढ़ते मरीजों की संख्या के साथ बेड की संख्या घट रही है. अब हालत ये हो चुकी है कि डॉक्टर मरीजों का इलाज अस्पताल के बाहर की करने को मजबूर हो गए हैं.

ऐसा ही कुछ देखने को मिला है सेक्टर 10 के एक अस्पताल में जहां बेड खाली नहीं होने की वजह से कोरोना संदिग्ध मरीज को अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा सका.

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कोरोना मरीज की हालत इतनी खराब थी कि उसे डॉक्टर अस्पताल के बाहर इंजेक्शन लगाते दिखाई दिए.

बेड नहीं था तो बाहर ही शुरू किया इलाज

दरअसल, अस्पताल में बेड नहीं था जिस वजह से मरीज को बाहर ग्राउंड पर लेटा दिया गया. इसके बाद उसे वहीं इंजेक्शन देकर रोहतक पीजीआई रेफर किया गया. बताया जा रहा है कि मरीज ने कोरोना की जांच कराई है, लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं आई है. वहीं इस बीच उसकी बिगड़ी हालत को देखते हुए उसे रोहतक रेफर किया गया है.

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जानकारी के मुताबिक गुरुग्राम में करीब 40 सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में कोविड 19 का इलाज हो रहा है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इन 40 अस्पतालों में बेड की संख्या नहीं के बराबर है. गुरुग्राम में ऑक्सीजन स्पोर्ट बेड की संख्या 16 है, जबकि आईसीयू बेड सिर्फ 1 ही बची है.

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