रुद्रपुर: पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय की छात्रा के साथ छेड़छाड़ के आरोपी फरार चल रहे डॉक्टर को पुलिस ने टांडा बैरियर के समीप से अरेस्ट कर लिया है. वहीं, पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट होकर छात्र-छात्राओं ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया. आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग को लेकर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं धरने पर बैठे थे. घटना 5 दिसंबर की है. छात्रा का आरोप है कि जब वो अपनी कुछ समस्याओं को लेकर चेक अप कराने के लिए डॉक्टर के पास गई तो डॉक्टर दुर्गेश कुमार ने उसके साथ छेड़छाड़ की.
दरअसल, पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय कैंपस में स्थित हॉस्पिटल के डॉक्टर दुर्गेश कुमार यादव पर छात्रा ने अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया है. घटना के एक सप्ताह बाद भी जब आरोपी डॉक्टर को कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो छात्र-छात्राओं का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग करते हुए छात्र बड़ी संख्या में परीक्षा छोड़ अस्पताल गेट के सामने धरने पर बैठ गए. जिसे विश्वविद्यालय प्रबंधन में हड़कंप मच गया.
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मामले की शांत करने के लिए डीन टेक्नोलॉजी अलकनंदा अशोक और डीएसडब्ल्यू डॉ बृजेश सिंह ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्र सुबह से कुलपति से वार्ता करने की जिद में अड़े रहे. ऐसे हालत में पुलिस पर आरोपी को पकड़ने का दबाव बना. वहीं, पहले कुलपति की संस्तुति के बाद आरोपी डॉक्टर के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई थी. जिसके बाद पुलिस की टीमें आरोपी डॉक्टर को पकड़ने में जुट गई थी.
इसी बीच एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि आरोपी डॉक्टर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. जिसके बाद छात्रों को गुस्सा शांत हुआ और उन्होंने एसएसपी के आग्रह पर धरना समाप्त किया. एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि कल पीड़िता ने पुलिस को तहरीर सौंपी थी. मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपी की धरपकड़ के लिए पांच टीमों को लगाया गया था.
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क्या है पूरा मामला: गौर हो कि, ये मामला बीते 5 दिसंबर का है. पुलिस को सौंपी तहरीर में पीड़िता ने बताया कि 5 दिसंबर को वह कैंपस के अस्पताल गई हुई थी. कई दिनों से उसका बीपी लो, थायराइड और पेट में दर्द होने की शिकायत बनी हुई थी. जिसके बाद आरोपी डॉक्टर ने उसे चेक अप के दौरान मुख्य कमरे के पास छोटे केबिन में चलने को कहा. आरोप है कि वहां पर उसके द्वारा छात्रा के साथ अश्लील हरकतें की गईं.
आरोपी डॉक्टर पर धमकाने का आरोप: जब छात्रा घबरा कर केबिन से बाहर आई, तो आरोपी डॉक्टर ने उसे धमकाते हुए घटना की शिकायत करने पर उसे बदनाम करने की धमकी भी दी. अब आरोपी द्वारा उस पर गर्भवती होने और उससे नींद की गोली मांगने का आरोप लगाया जा रहा है.
वहीं, छात्रा की शिकायत पर विवि प्रशासन ने प्रारंभिक जांच कराई. विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा गठित कमेटी ने जांच में 8 दिसंबर को आरोपी डॉक्टर को प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया. इसके बाद पंतनगर कृषि विवि ने आरोपी डॉक्टर दुर्गेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. जिसके बाद कुलपति डॉक्टर मनमोहन सिंह चौहान की संस्तुति पर उसे निलंबित करते हुए केवीके ज्योलीकोट में अटैच कर दिया था. वहीं, छात्रा की तहरीर पर डॉक्टर के खिलाफ धारा 376, 376(2) ड, 376(2) च, 354,506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया.
लैंगिक न्याय समिति को सौंपी जांच: आरोपी डॉक्टर दुर्गेश कुमार को सस्पेंड करने के बाद मामले की विस्तृत जांच विवि के स्तर पर गठित यौन उत्पीड़न एवं लैंगिक न्याय समिति को सौंप दी गई. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. विश्वविद्यालय स्तर पर गठित यौन उत्पीड़न एवं लैंगिक न्याय समिति से पंद्रह दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है.