मंगलुरु: असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा (Assam CM Himant Biswas Sharma) ने कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर जमकर निशाना साधा. सरमा ने कहा कि घोषणा पत्र में जो बात कही गई है वह कांग्रेस का चरित्र उजागर करती है.
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कर्नाटक में कहा कि बजरंग दल की मॉरल पुलिसिंग की तुलना पीएफआई से न करें. आईपीसी की धारा और यूएपीए अधिनियम दोनों पूरी तरह से अलग हैं. इसलिए बजरंग दल की तुलना पीएफआई से नहीं की जानी चाहिए, जो देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त है और निर्दोष लोगों को मारता है.
असम के सीएम, मंगलुरु में बीजेपी मीडिया सेंटर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि जब भाजपा सरकार ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया तो कांग्रेस ने उसका स्वागत नहीं किया, लेकिन अब बजरंग दल की तुलना पीएफआई से कर रहे हैं.
असम के सीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि बजरंग दल दक्षिणपंथी हो सकता है लेकिन कट्टरपंथी नहीं. कांग्रेस पार्टी पीएफआई के साथ मिलकर टी20 का खेल खेल रही है.
उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया सरकार ने पीएफआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामले वापस ले लिए थे. कांग्रेस की हिंदू विरोधी संस्कृति है इसलिए कांग्रेस को हनुमान से नफरत है.
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि, 'राहुल गांधी की कोई गारंटी नहीं है. कांग्रेस की गारंटी योजनाओं पर भरोसा कैसे करें? इसलिए उन्होंने दो निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव का सामना किया. लेकिन अमेठी के लोगों को राहुल गांधी की गारंटी पर यकीन नहीं हुआ.' सरमा ने कहा कि 'सोनिया गांधी 20 साल से राहुल गांधी को सामने लाने की लड़ाई लड़ रही हैं.'
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