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Makar Sankranti 2023 : कड़ाके की सर्दी में संगम में 14 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2023) के पुण्य अवसर पर संगम नगरी प्रयागराज में 14 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. कड़ाके की ठंड होने के बावजूद श्रद्धालु की भीड़ देर रात से ही घाट पर होने लगी थी.

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Published : Jan 14, 2023, 9:33 PM IST

प्रयागराजः संगम तट पर चल रहे माघ मेले के दूसरे प्रमुख स्नान पर्व मकर संक्रांति के अवसर पर शनिवार सुबह से ही संगम सहित सभी प्रमुख स्नान घाटों पर श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पूरे मेला में त्रिस्तरीय सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं. घने कोहरे के बावजूद संगम घाट पर देर रात से ही श्रद्धालु की भीड़ मेला क्षेत्र में देखी जा रही है. शाम तक 14 लाख श्रद्धालु संगम तट में डुबकी लगा चुके थे.

मकर संक्रांति पर श्रद्दालुओं ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी.

मकर संक्रांति के द्वितीय स्नान पर्व को लेकर प्रशासन के द्वारा तैयारियां 2 दिन पहले ही पूर्ण कर ली गईं थी. संपूर्ण मेला क्षेत्र में आने वाली भीड़ के नियंत्रण के लिए सर्कुलेटिंग एरिया का निर्माण कराया गया था. प्रयागराज संगम घाट पर श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के मद्देनजर डीप लाइन बैरी केटिंग की व्यवस्था की गई थी, जिससे स्नान के दौरान कोई भी श्रद्धालु गहरे जल में न जा सकें. दर्जनभर से अधिक प्रमुख घाटों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी.

प्रमुख स्न्नान पर्व मकर संक्रांति को देखते हुए प्रशासन ने प्रयागराज चुनिंदा रेलवे स्टेशनों एवं बस अड्डों पर भीड़ प्रबंधन के लिए होल्डिंग एरिया विकसित किया है. इस कार्य के लिए उचित स्पॉट्स चिन्हित कर लोगों को अस्थाई रूप से वहां रोकने की व्यवस्था होगी. प्रयागराज जंक्शन पर चारों होल्डिंग एरिया बने हैं. मेला क्षेत्र में भीड़ अधिक बढ़ने पर इनको एक्टिव किया जाएगा. प्रयागराज शहर में बनाए जा रहे 14 होल्डिंग एरिया की जिम्मेदारी अपर जिलाधिकारी नगर को दी गई है.

प्रयागराज के माघ मेला क्षेत्र व मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त किया गया है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात की गई है. बाहर से आने वाले सभी यात्रियों की सघन चेकिंग करेंगे. प्रमुख स्थानों पर पीए सिस्टम के माध्यम से यात्रियों व श्रद्धालुओं को जागरुक किए जाने की व्यवस्था की गई है. कोविड-19 के दृष्टिगत मास्क धारण करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए मेले के सभी 17 प्रवेश द्वारों एवं सभी स्नान घाटों पर कोविड हेल्पडेस्क की व्यवस्था की गई है.

माघ मेले के दूसरे स्नान पर्व मकर संक्रांति के मौके पर किन्नर अखाड़े ने भी संगम के तट पर पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई. हर हर गंगे और ओम नमः शिवाय का उद्घोष करते हुए किन्नर संत गंगा के तट पर पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाई. इस मौके पर किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी उर्फ टीना मां और वैष्णवी नंदगिरी समेत दूसरे किन्नर संतो ने जोशीमठ में आई त्रासदी से मुक्ति और वैश्विक महामारी कोरोना के खात्मा हो इसको लेकर मां गंगा और यमुना से प्रार्थना की. इसके साथ ही विश्व कल्याण की भी कामना की. इस मौके पर किन्नर संतों ने विश्व में शांति और देश की प्रगति की भी मां गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती से कामना की.

संगम तट पर किसान महापंचायत
माघ मेला क्षेत्र के परेड मैदान में भारतीय किसान यूनियन के भानु गुट और भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट की तरफ से किसान महापंचायत और किसान महासम्मेलन का आयोजन किया गया है. प्रदेश भर के अलग-अलग जिलों से आने वाले किसानों का कहना है कि माघ मेला में आकर एक तरफ जहां गंगा स्नान का पुण्य कमाते हैं. वहीं, महापंचायत और महासम्मेलन में शामिल होकर अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आवाज उठाने की रणनीति बनाएंगे

भारतीय किसान यूनियन भानु के अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने केंद्र और प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है. उन्होंने पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि वो कृषि प्रधान देश को उद्योग प्रधान देश बनाने में जुटे हुए हैं. यही वजह है वो इस देश को उद्योग प्रधान देश बनाने के लक्ष्य में जुट गए हैं. लेकिन किसान नेता भानु प्रताप सिंह ने कहा कि वो इस देश को उद्योग प्रधान देश नहीं बनने देंगे.

संगम नगरी प्रयागराज में 14 जनवरी को मकर संक्रन्ति का शुभ मुहूर्त शुरू होने से पहले ही 14 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माघ मेला क्षेत्र में बने घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई है. मुहूर्त के अनुसार भले ही संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को हो. लेकिन देश के कई हिस्सों के साथ ही प्रयागराज में भी परम्परा के मुताबिक 14 जनवरी को मकर संक्रांति मानकर लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई. शनिवार की भोर से ही मेला क्षेत्र में गंगा और संगम पर बने घाट पर स्नान करने के लिए पहुंचने लगे और आस्था की डुबकी लगाने का यह सिलिसला रात तक जारी रहेगा. माघ मेला प्रशासन के मुताबिक शनिवार की शाम 6 बजे तक मेला क्षेत्र में 14 लाख 20 हजार से अधिक लोगों ने डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित किया है.

पढ़ेंः Magh Mela 2023: मकर संक्रांति स्नान के लिए अगर जा रहे हैं प्रयागराज तो जान लीजिए ये इंतजाम

प्रयागराजः संगम तट पर चल रहे माघ मेले के दूसरे प्रमुख स्नान पर्व मकर संक्रांति के अवसर पर शनिवार सुबह से ही संगम सहित सभी प्रमुख स्नान घाटों पर श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पूरे मेला में त्रिस्तरीय सुरक्षा के प्रबंध किए गए हैं. घने कोहरे के बावजूद संगम घाट पर देर रात से ही श्रद्धालु की भीड़ मेला क्षेत्र में देखी जा रही है. शाम तक 14 लाख श्रद्धालु संगम तट में डुबकी लगा चुके थे.

मकर संक्रांति पर श्रद्दालुओं ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी.

मकर संक्रांति के द्वितीय स्नान पर्व को लेकर प्रशासन के द्वारा तैयारियां 2 दिन पहले ही पूर्ण कर ली गईं थी. संपूर्ण मेला क्षेत्र में आने वाली भीड़ के नियंत्रण के लिए सर्कुलेटिंग एरिया का निर्माण कराया गया था. प्रयागराज संगम घाट पर श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के मद्देनजर डीप लाइन बैरी केटिंग की व्यवस्था की गई थी, जिससे स्नान के दौरान कोई भी श्रद्धालु गहरे जल में न जा सकें. दर्जनभर से अधिक प्रमुख घाटों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी.

प्रमुख स्न्नान पर्व मकर संक्रांति को देखते हुए प्रशासन ने प्रयागराज चुनिंदा रेलवे स्टेशनों एवं बस अड्डों पर भीड़ प्रबंधन के लिए होल्डिंग एरिया विकसित किया है. इस कार्य के लिए उचित स्पॉट्स चिन्हित कर लोगों को अस्थाई रूप से वहां रोकने की व्यवस्था होगी. प्रयागराज जंक्शन पर चारों होल्डिंग एरिया बने हैं. मेला क्षेत्र में भीड़ अधिक बढ़ने पर इनको एक्टिव किया जाएगा. प्रयागराज शहर में बनाए जा रहे 14 होल्डिंग एरिया की जिम्मेदारी अपर जिलाधिकारी नगर को दी गई है.

प्रयागराज के माघ मेला क्षेत्र व मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त किया गया है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात की गई है. बाहर से आने वाले सभी यात्रियों की सघन चेकिंग करेंगे. प्रमुख स्थानों पर पीए सिस्टम के माध्यम से यात्रियों व श्रद्धालुओं को जागरुक किए जाने की व्यवस्था की गई है. कोविड-19 के दृष्टिगत मास्क धारण करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए मेले के सभी 17 प्रवेश द्वारों एवं सभी स्नान घाटों पर कोविड हेल्पडेस्क की व्यवस्था की गई है.

माघ मेले के दूसरे स्नान पर्व मकर संक्रांति के मौके पर किन्नर अखाड़े ने भी संगम के तट पर पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई. हर हर गंगे और ओम नमः शिवाय का उद्घोष करते हुए किन्नर संत गंगा के तट पर पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाई. इस मौके पर किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी उर्फ टीना मां और वैष्णवी नंदगिरी समेत दूसरे किन्नर संतो ने जोशीमठ में आई त्रासदी से मुक्ति और वैश्विक महामारी कोरोना के खात्मा हो इसको लेकर मां गंगा और यमुना से प्रार्थना की. इसके साथ ही विश्व कल्याण की भी कामना की. इस मौके पर किन्नर संतों ने विश्व में शांति और देश की प्रगति की भी मां गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती से कामना की.

संगम तट पर किसान महापंचायत
माघ मेला क्षेत्र के परेड मैदान में भारतीय किसान यूनियन के भानु गुट और भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट की तरफ से किसान महापंचायत और किसान महासम्मेलन का आयोजन किया गया है. प्रदेश भर के अलग-अलग जिलों से आने वाले किसानों का कहना है कि माघ मेला में आकर एक तरफ जहां गंगा स्नान का पुण्य कमाते हैं. वहीं, महापंचायत और महासम्मेलन में शामिल होकर अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आवाज उठाने की रणनीति बनाएंगे

भारतीय किसान यूनियन भानु के अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने केंद्र और प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है. उन्होंने पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि वो कृषि प्रधान देश को उद्योग प्रधान देश बनाने में जुटे हुए हैं. यही वजह है वो इस देश को उद्योग प्रधान देश बनाने के लक्ष्य में जुट गए हैं. लेकिन किसान नेता भानु प्रताप सिंह ने कहा कि वो इस देश को उद्योग प्रधान देश नहीं बनने देंगे.

संगम नगरी प्रयागराज में 14 जनवरी को मकर संक्रन्ति का शुभ मुहूर्त शुरू होने से पहले ही 14 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माघ मेला क्षेत्र में बने घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई है. मुहूर्त के अनुसार भले ही संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को हो. लेकिन देश के कई हिस्सों के साथ ही प्रयागराज में भी परम्परा के मुताबिक 14 जनवरी को मकर संक्रांति मानकर लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई. शनिवार की भोर से ही मेला क्षेत्र में गंगा और संगम पर बने घाट पर स्नान करने के लिए पहुंचने लगे और आस्था की डुबकी लगाने का यह सिलिसला रात तक जारी रहेगा. माघ मेला प्रशासन के मुताबिक शनिवार की शाम 6 बजे तक मेला क्षेत्र में 14 लाख 20 हजार से अधिक लोगों ने डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित किया है.

पढ़ेंः Magh Mela 2023: मकर संक्रांति स्नान के लिए अगर जा रहे हैं प्रयागराज तो जान लीजिए ये इंतजाम

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