तिरुनेलवेली: तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में भक्तों ने जानवरों के प्रति प्रेम का एक नया उदाहरण पेश किया है. यहां के मशहूर नैलायप्पर मंदिर में मौजूद हथिनी के लिए भक्तों ने 12 हजार रुपये की सैंडल बनवाकर मंदिर में दान की है. इस हथिनी का नाम गांधीमती बताया जा रहा है. भक्तों ने शनिवार को यह सैंडल मंदिर को दान की.
बताया गया कि मंदिर में जब गांधीमती को लाया गया था तब उसकी उम्र 13 साल थी. अब वह 52 सालों की हो चुकी है. कुछ समय पहले मेडिकल टीम ने जांच में पाया कि उसका वजन लगभग 300 किलो बढ़ गया है जिसके बाद उन्होंने हथिनी का वजन कम करने के लिए उसकी देखरेख करने वालों को सलाह दी कि इसे रोजाना 5 किलोमीटर सैर कराइए.
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इसके बाद मात्र 6 महीनों में गांधीमती का करीब 150 किलो वजन कम हो गया लेकिन साथ ही उसके जोड़ों और घुटने में दर्द की समस्या भी शुरू हो गई. इसी समस्या के हल के लिए भक्तों ने गांधीमती के लिए सैंडल बनावाकर दान किया जिससे हथिनी के घुटनों के दर्द में कमी आ सके. इस दान की चर्चा पूरे जिले में हो रही है.