जन्नाराम (तेलंगाना): तेलंगाना के मंचेरियल जिले का एक व्यक्ति न्यूजीलैंड से अपने गृहनगर पहुंचने के लिए 2.5 लाख रुपये खर्च करने के बाद भी अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सका. मंचेरियल के जन्नाराम मंडल के चिंतागुडा गांव के पुडारी श्रीनिवास पिछले 15 वर्षों से न्यूजीलैंड स्थित एक कंपनी में वेल्डर के रूप में काम कर रहे हैं.
इस बार, उन्होंने चुनाव अवधि के दौरान अपने गृहनगर की यात्रा की योजना बनाई ताकि वह अपने माता-पिता के साथ समय बिताने के साथ-साथ अपना वोट भी डाल सकें. श्रीनिवास के दोस्त ने उन्हें व्हाट्सएप पर मतदाता सूची भेजी थी, इसमें उनका और उनकी पत्नी लावण्या, दोनों का नाम था. यह पुष्टि करने के बाद कि उनके नाम मतदाता सूची में मौजूद हैं, श्रीनिवास ने फ्लाइट टिकट बुक किए. एक सप्ताह पहले दंपत्ति अपने गांव पहुंचे.
गुरुवार को मतदान के दिन श्रीनिवास बूथ संख्या 296 पर गए, जहां मतदाता सूची में केवल अपनी पत्नी का नाम देखकर आश्चर्यचकित रह गए. जब उन्होंने पूछा कि उनका नाम सूची से गायब क्यों है, जबकि उन्होंने पहले इसे वहां देखा था, तो बताया गया कि वर्तमान संशोधित मतदाता सूची है. अंतत: श्रीनिवास बिना वोट डाले ही घर लौट गए.
वोट देने का अवसर चूकने पर दुख व्यक्त करते हुए श्रीनिवास ने कहा कि उन्होंने साल के इस समय में भारत आने के लिए हवाई किराए पर 2.50 लाख रुपये खर्च किए हैं. उन्होंने कहा कि 'मैं विशेष रूप से इस समय आया था ताकि वोट दे सकूं लेकिन दुर्भाग्य से पैसा बर्बाद हो गया.'
तेलंगाना विधानसभा के 119 निर्वाचन क्षेत्रों में 30 नवंबर को एक ही चरण में चुनाव हुए थे. कड़ी सुरक्षा के बीच, मतदाता अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए कतार में खड़े थे. राज्य में भाजपा, कांग्रेस और बीएसआर के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. बीआरएस लगातार तीसरी बार सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है. गुरुवार को जारी एग्जिट पोल में तेलंगाना में कांग्रेस को बढ़त मिलने का अनुमान लगाया गया है. चुनाव नतीजे 3 दिसंबर को घोषित होने हैं.