श्रीनगर: कश्मीर घाटी में पिछले तीन हफ्तों में दो प्रवासी मजदूरों की मौत के बाद सैकड़ों अल्पसंख्यक परिवार दहशत में हैं. लगातार हत्याओं की बढ़ती घटनाओं के कारण, प्रवासी कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को जम्मू लौटना पड़ रहा है.
पिछले महीने 9 मई से 2 जून तक हुई हत्याओं में अल्पसंख्यक समुदाय के पांच सदस्यों सहित आठ नागरिक मारे गए थे. लेकिन इन सबके बीच टूरिस्ट सीजन चल रहा है. कश्मीर घाटी में भी इस महीने रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक पहुंचे हैं. फिलहाल, होटल, हाउसबोट और अन्य गेस्ट हाउस में जगह नहीं है. इस साल जनवरी से मई के बीच करीब सात लाख पर्यटक यहां विभिन्न पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर चुके हैं, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में काफी अधिक है.
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आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में 61,000 पर्यटक विभिन्न स्थानों पर गए, जबकि फरवरी में यह संख्या 100,000 तक पहुंच गई. इसी तरह मार्च में कश्मीर घाटी में 180,000 और अप्रैल में 200,000 पर्यटक आए. आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी में विभिन्न जगहों पर 61,000 पर्यटक आए, जबकि फरवरी में यह संख्या एक लाख तक पहुंच गई. इसी तरह मार्च में 180,000 पर्यटकों ने कश्मीर घाटी का दौरा किया. अप्रैल में कश्मीर घाटी में 260,000 पर्यटक आते हैं. इस साल जून में देश के अन्य राज्यों से पर्यटकों की अच्छी खासी संख्या है.
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साल 2021 में भले ही लाखों की संख्या में सैलानी कश्मीर पहुंचे, लेकिन इस साल पिछले सालों के सारे रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद है. इतिहास में पहली बार श्रीनगर हवाईअड्डे से रोजाना करीब 100 उड़ानें संचालित की जा रही हैं, जबकि कम से कम 5,000 पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं, जबकि संख्या बढ़ रही है. ऐसे होटलों में जून तक 95 फीसदी एडवांस बुकिंग हो चुकी है.
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इस बीच श्रीनगर हवाईअड्डे के अधिकारियों ने एक ट्वीट में लिखा कि कश्मीर घाटी में पर्यटकों की भीड़ के कारण हवाईअड्डे पर रोजाना 16 से 18 हजार यात्रियों का पंजीकरण होता है, जो या तो राज्य के बाहर से श्रीनगर पहुंचते हैं या श्रीनगर से निकलते हैं.