नई दिल्लीः गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम ने दो दर्जन से ज्यादा आरोपियों की तस्वीरें जारी की हैं. यह तस्वीरें पुलिस को विभिन्न फुटेज से मिली हैं. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वह इनकी पहचान करने में उनकी मदद करें. इससे पहले भी एक दर्जन आरोपियों की तस्वीर क्राइम ब्रांच द्वारा जारी की जा चुकी है. वहीं दो आरोपियों को लाल किला हिंसा मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं टूलकिट मामले में गूगल से जवाब मांगा गया है.
जानकारी के अनुसार गणतंत्र दिवस के मौके पर हुई हिंसा को लेकर दिल्ली में अब तक 45 केस दर्ज हो चुके हैं. इनमें से 14 मामलों की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही है, जबकि अन्य मामलों की जांच लोकल पुलिस द्वारा की जा रही है. क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही जांच में लाल किला, मुकरबा चौक, गाजीपुर, आईटीओ, नांगलोई आदि जगह पर हुई हिंसा के मामले शामिल हैं. इन मामलों की जांच के दौरान दिल्ली पुलिस को जिन संदिग्ध आरोपियों की तस्वीरें मिली है, उन्हें जारी किया गया है. पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों के हिंसा में शामिल होने के पुख्ता साक्ष्य हैं. इसलिए इनकी गिरफ्तारी की जाएगी.
गूगल से मांगा टूलकिट को लेकर जवाब
टूलकिट के मामले को लेकर साइबर सेल द्वारा दर्ज की गई एफआईआर को लेकर दिल्ली पुलिस द्वारा गूगल को नोटिस भेजा गया है. उन्होंने गूगल से पूछा है कि यह दस्तावेज किस जगह से अपलोड किए गए हैं और कौन-कौन इसके पीछे शामिल रहा है. उसके बारे में जानकारी दिल्ली पुलिस के साथ सांझा की जाए. पुलिस का कहना है कि गूगल से जवाब मिलने के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह डॉक्यूमेंट कहां से अपलोड हुए थे और किस तरीके से सर्कुलेट हुए. इसके बाद पुलिस आरोपी तक पहुंचने में कामयाब होगी.
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तेजी से जांच कर रही क्राइम ब्रांच
पुलिस के अनुसार हिंसा के मामलों में जल्द ही किसान नेताओं को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. गणतंत्र दिवस के मौके पर आए 200 ट्रैक्टर के मालिकों को क्राइम ब्रांच नोटिस जारी कर चुकी है. इसके अलावा 60 संदिग्धों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किए जा चुके हैं. 1000 से ज्यादा फुटेज अभी तक पुलिस खंगाल चुकी है. हिंसा मामलों में अभी तक कुल 130 आरोपियों की गिरफ्तारी विभिन्न यूनिट द्वारा की जा चुकी है.