लखनऊ: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल बुधवार को समाजवादी पार्टी के लखनऊ मुख्यालय पहुंचे. उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ संयुक्त रूप से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि राज्यसभा में भाजपा के पास संख्या नहीं है. इसलिए सभी विपक्षी दलों से अध्यादेश को गिराने के लिये एकजुट होने की अपील की.
इससे पहले सपा मुख्यालय पर अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीए भगवंत मान का अखिलेश यादव ने गर्मजोशी से स्वागत किया. तीनों नेताओं ने एक साथ मंच साझा करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की. सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोगो ने लंबा संघर्ष किया. जनता ने वोट देकर सरकार चुनी है. इसलिए जनता उम्मीद करती है कि उनकी जरूरतें पूरी हों. 2015 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी. सरकार बनने के 2 महीने बाद मोदी सरकार ने दिल्ली सरकार की पावर छीन ली. उसके बाद भी आम आदमी पार्टी बहुमत से जीती है.
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दिल्ली का अध्यादेश भाजपा की लोकतंत्र-विरोधी सोच का आर्डिनेंस है। हम राज्यसभा में दिल्ली की जनता द्वारा चुनी आप सरकार के पक्ष में रहते हुए, इसका विरोध करेंगे। दिल्ली की जनता 24 के चुनाव में भाजपा को सातों सीट पर हरायेगी।
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दिल्ली में 2024 भाजपा के लिए ‘सात बटे सन्नाटा’ साबित होगा। pic.twitter.com/TJyHjiYT0z
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— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 7, 2023
दिल्ली में 2024 भाजपा के लिए ‘सात बटे सन्नाटा’ साबित होगा। pic.twitter.com/TJyHjiYT0zदिल्ली का अध्यादेश भाजपा की लोकतंत्र-विरोधी सोच का आर्डिनेंस है। हम राज्यसभा में दिल्ली की जनता द्वारा चुनी आप सरकार के पक्ष में रहते हुए, इसका विरोध करेंगे। दिल्ली की जनता 24 के चुनाव में भाजपा को सातों सीट पर हरायेगी।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 7, 2023
दिल्ली में 2024 भाजपा के लिए ‘सात बटे सन्नाटा’ साबित होगा। pic.twitter.com/TJyHjiYT0z
केजरीवाल ने कहा कि 8 साल बाद सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने दिल्ली सरकार के पक्ष में फैसला दिया. दिल्ली के लोगों को अधिकार मिलने में 8 साल लग गए. लेकिन 19 मई को पीएम मोदी ने अदालत की छुट्टी के दिन अध्यादेश के जरिए फैसला सुरक्षित रख लिया. इसलिए उन्हें एक महीने तक का इंतजार करना पड़ रहा है. मोदी सरकार जब इस अध्यादेश को संसद में लाएगी. उस समय भाजपा के पास लोकसभा में अधिक संख्या है. लेकिन राज्यसभा में उनके पास बहुमत की संख्या नहीं है. इसलिए आम आदमी पार्टी आज लखनऊ में अखिलेश यादव से मिलकर विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए आई है.
केजरीवाल ने कहा कि राज्यसभा में अध्यादेश गिराने के लिये सभी विपक्षी दलों को एक हो जाना चाहिए. तभी विपक्षी दलों को सफलता मिलेगी. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के एक होने पर 2024 लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल भी हो जायेगा. सीएम ने कहा कि 3 महीने के अंदर मोदी सरकार नोटिफिकेशन जारी करके हमारी शक्तियां छीन ली थी. इतनी मेहनत करने के बाद दोबारा आम आदमी पार्टी की जीत हुई. उन्होंने कहा कि अगर राज्यसभा में बिल पास नहीं होगा, तो पूरे देश में एक अलग ही मैसेज जाएगा.
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि ये लड़ाई सिर्फ दिल्ली के लोगों की नहीं है. यह लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की है. भारतीय जनता पार्टी का नाम लिए बिना पंजाब के सीएम ने कहा कि पूरे देश में इन्होंने कुल्हाड़ी चलाई है. यह सरकार गिराने का काम करते हैं, राजभवन को लेकर सीएम ने कहा कि भाजपा के हेडक्वार्टर और राज्यपाल भाजपा के एजेंट बन गए हैं. वह जीएसटी का पैसा नहीं दे रहे हैं. साथ ही हेल्थ मिशन सहित कई योजनाओं का पैसा नहीं दिया जा रहा है. अखिलेश यादव ने आम आदमी पार्टी को सम्मान और इज्जत दी है. इसलिए लोकतंत्र की इस लड़ाई में समाजवादी पार्टी उनका साथ देगी.
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी अरविंद केजरीवाल के साथ साथ है. समाजवादी पार्टी अध्यादेश के खिलाफ है. सपा के सभी सदस्य आम आदमी पार्टी का साथ देंगे. इस दौरान राज्यसभा सांसद संजय सिंह सहित आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के कई नेता मौजूद रहे.