उदयपुर. झीलों की नगरी उदयपुर में जी-20 शेरपा बैठक को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. जी-20 शेरपा बैठक में शामिल होने के लिए अलग-अलग देशों के डेलिगेट्स भी पहुंचना शुरू हो गए (delegates arrival begins for G 20 Sherpa meeting) हैं. शहर में रविवार से आरम्भ होने जा रही जी-20 समिट की प्रथम शेरपा बैठक में आने वाले विभिन्न देशों के शेरपा, राजदूत एवं वरिष्ठ प्रतिनिधियों के पारम्परिक तरीके से अगवानी करने के लिए राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग ने जोर-शोर से तैयारी पूरी कर ली हैं.
शेरपा बैठक में आने मेहमानों के एयरपोर्ट पर स्वागत से लेकर 4 से 7 दिसम्बर को पर्यटन विभाग द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जायेगा. यह जानकारी पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने दी. राठौड़ ने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा उदयपुर के महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर मेहमानों को राजस्थान की संस्कृति से रूबरू कराने के लिए उनका स्वागत मारवाड़ की पारम्परिक वेशभूषा में बीकानेर के रौबिले एवं महिला लोक कलाकार करेंगी. उदयपुर एयरपोर्ट पर मेहमानों का स्वागत करने के अलावा राज्य के विभिन्न पर्यटन स्थलों से संबंधित ब्रांडिंग भी की गई है, जो मेहमानों के दिलों दिमाग पर राजस्थान के पर्यटक स्थलों एवं संस्कृति की अमिट छाप छोड़ेंगे.
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4 से 7 दिसम्बर की शाम सांस्कृतिक प्रस्तुतियां: उन्होंने बताया कि 4 से 7 दिसम्बर की शाम को पर्यटन विभाग द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. बैठक के प्रथम दिन 4 दिसम्बर की शाम होटल लीला के शीशमहल में विश्व प्रसिद्व लंगा मांगणियार लोक कलाकार, गाजी खान रंगारंग प्रस्तुति देंगे. दूसरे दिन, 5 दिसम्बर की शाम को जगमंदिर पैलेस में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘कलर्स ऑफ राजस्थान‘ में प्रदेश के विभिन्न लोक कलाकार विदेशी मेहमानों का मन मोहेंगे. अगले दिन, 6 दिसम्बर की शाम को उदयपुर सिटी पैलेस के माणक चौक में भारत के विभिन्न कला शैलियों पर आधारित प्रस्तुति होगी. इसी प्रकार चौथे दिन 7 दिसम्बर की शाम की सांस्कृतिक प्रस्तुति रणकपुर में होंगी.
राजस्थानी व्यंजन के साथ मेवाड़ी परंपरागत भोजन: जी-20 शेरपा बैठक में आने वाले अतिथियों के लिए खानपान की विशेष व्यवस्था की गई है. इसके लिए प्रदेश सहित देशभर के राज्यों के लजीज व्यंजन पड़ोसी जाएंगे. जिनमें खासकर राजस्थान के अलग-अलग जिलों में प्रमुख व्यंजनों को भी शामिल किया गया है. राजस्थान के व्यंजनों में जोधपुर का मिर्ची बड़ा, केर सांगरी, उदयपुर की दाल बाटी चूरमा हलवा, बीकानेर के मलाई घेवर के साथ अन्य देसी व्यंजन परोसे जाएंगे.
शनिवार शाम से ही डेलिकेट के आने का दौर शुरू हो गया है. रविवार शाम तक सभी डेलिगेट्स उदयपुर पहुंच जाएंगे. 5 से 7 दिसम्बर तक होने वाली जी-20 की शेरपा बैठक यूं तो सिटी पैलेस के दरबार हॉल में होगी. जिसमें 20 देशों के राजनयिक भाग लेंगे. उन्हें ठहराने के लिए लेक पैलेस, फतह प्रकाश पैलेस, होटल उदयविलास और लीला पैलेस, जो सभी सितारा होटल हैं, में करीब 200 कमरे बुक करवाए गए हैं.
भारत के शेरपा अमिताभ कांत उदयपुर में: भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत 4 दिसंबर को उदयपुर आएंगे तथा 8 दिसंबर को दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे. राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से इन्हें राजकीय अतिथि घोषित किया गया है. जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने इस यात्रा के मद्देनजर कानून, सुरक्षा, एस्कॉर्ट, आगमन-प्रस्थान के दौरान समन्वय और प्रोटोकॉल के लिए विभिन्न अधिकारियों को दायित्व सौंपे हैं.
नायडू पहुंचे एयरपोर्ट: विदेश मंत्रालय के जी 20 सचिवालय के संयुक्त निदेशक सचिव नगराज नायडू ने एयरपोर्ट पहुंचकर यहां पर विदेशी अतिथियों के लिए स्वागत के लिए पर्यटन विभाग, एयरपोर्ट और जिला प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने यहां पर पर्यटन विभाग द्वारा स्थापित किए गए विभिन्न फ्लेक्स लगाने, संगीत वादकों के खड़े रहने के स्थान चयन और स्वागत सत्कार के लिए की जा रही व्यवस्थाओं के बारे में जिला प्रशासन जिला परिषद सीईओ मयंक मनीष, गिर्वा एसडीएम सलोनी खेमका सहित एयरपोर्ट के अधिकारियों से चर्चा की.
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जी-20 को दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों के समूह जी-7 के विस्तार के रूप में देखा जाता है. जी-7 में फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा शामिल हैं. साल 1998 में इसमें रूस में भी जुड़ा और यह जी-7 से जी-8 बन गया. हालांकि, यूक्रेन के क्रीमिया इलाके को अपने साथ मिलाने के कारण रूस को 2014 में इस समूह से अलग कर दिया गया. इसकी वजह से यह एक बार फिर से जी-7 बन गया.
किसको कहते हैं शेरपा: जी-20 और जी-8 जैसे अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में किसी देश की ओर से शामिल होने वाले व्यक्तिगत प्रतिनिधि को शेरपा कहा जाता है. शेरपा सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर आर्थिक, राजनीतिक और वैश्विक एजेंडे पर बात करते हैं. किसी भी राजनीतिक स्तर पर सहमति के लिए शेरपा सम्मेलन से पहले बातचीत करते हैं और सम्मेलन में अपने नेताओं को बातचीत में मदद करते हैं. शेरपा को नेपाल के प्रचलित शब्द शेरपा से लिया गया है. शेरपा नेपाल में पर्वतारोहियों के लिए गाइड का काम करते हैं. इसी तरह से अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में शेरपा गाइड का काम करते हैं.
कड़ी सुरक्षा के साथ सभी इंतजाम पूर्ण: इधर संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट और जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा के निर्देशानुसार समस्त विभागीय अधिकारी अपने अपने दायित्व को अंजाम देने के लिए जुटे हुए हैं. शनिवार को कमिश्नर और कलेक्टर ने जी-20 बैठक के समय पर प्रारंभ करवाने सहित अतिथियों के आवास-प्रवास, भोजन, सुरक्षा, भ्रमण, आवागमन आदि इंतजामों पर शनिवार को संबंधित विभागीय आला अधिकारियों के साथ अलग-अलग चर्चा की गई और महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए.
24 घंटे मुस्तैद रहेगा राज्य आपदा प्रतिसाद बल: शेरपा बैठक के मद्देनजर आपदा राहत व बचाव के लिए भी पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. एसडीआरएफ कमांडेंट आईपीएस राजकुमार गुप्ता के निर्देशानुसार एसडीआरएफ के राजस्थान के डिप्टी कमांडेंट (प्रशासन एवं रेस्क्यू ऑपरेशन) गणपति महावर को पर्यवेक्षण अधिकारी नियुक्त किया गया है. महावर 150 जवानों के साथ उदयपुर पहुंच चुके हैं और पिछोला झील स्थित नगर निगम की जेटी के पास अस्थाई कैंप बनाकर पर्यवेक्षण कार्य प्रारंभ कर दिया है.
उन्होंने बताया कि पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर पिछोला झील में आपदा राहत एवं बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ की उदयपुर संभाग स्थित कंपनी के अतिरिक्त भरतपुर, अजमेर, बीकानेर व जोधपुर से भी एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीमें उदयपुर में नियोजित की गई हैं. इस टीम में प्रशिक्षित रेस्क्यू बोट चालक दल, गोताखोर एवं तैराक जवानों को लगाया गया है. साथ ही जलीय आपदा से संबंधित विशिष्ट उपकरण भी तैयार रखे गए हैं. महावर ने बताया कि एसडीआरएफ की टीमें 24 घंटे लगातार कार्य करेंगी.