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जम्मू कश्मीर के दौरे पर राजनाथ, गलवान घाटी के शहीदों को दी श्रद्धांजलि - श्रीनगर न्यूज़

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर जम्मू कश्मीर पहुंचे हैं. यहां राजनाथ एक एटीवी (ऑल-टेरेन व्हीकल) के जरिये बारामूला से बाराखाना तक की यात्रा की. इसके बाद राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में दो वर्ष पहले शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
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Published : Jun 16, 2022, 3:03 PM IST

Updated : Jun 16, 2022, 7:31 PM IST

श्रीनगर : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जम्मू कश्मीर के अपने दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को यहां पहुंचे हैं. यहां राजनाथ एक एटीवी (ऑल-टेरेन व्हीकल) के जरिये बारामूला से बाराखाना तक की यात्रा की. इससे पहले रक्षा मंत्री ने बारामूला में सेना अधिकारियों के साथ लंच किया.

  • J&K | Defence Minister Rajnath Singh has lunch with Army officials in Baramulla

    On his 2-day visit to the UT, he'll visit forward areas & interact with troops; also attend the 200th anniversary of Maharaja Gulab Singh Ji’s 'Rajyabhishek Ceremony' in Jammu on 17th June. pic.twitter.com/DftRUTuGmm

    — ANI (@ANI) June 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जानकारी के मुताबिक, राजनाथ सिंह यहां श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वागत करने के लिए उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, 15 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला और अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी उपस्थित थे. रक्षा मंत्री नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर तैनात बलों की तैयारियों की समीक्षा के लिए अग्रिम क्षेत्रों का दौरा करेंगे.

सूत्रों ने कहा कि उन्हें वरिष्ठ फील्ड कमांडरों द्वारा भीतरी इलाकों और सीमाओं की स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी. वह शुक्रवार को जम्मू में महाराजा गुलाब सिंह के राज्याभिषेक समारोह की 200वीं वर्षगांठ में भी शामिल होंगे.

'गलवान के वीर शहीदों' को श्रद्धांजलि दी : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में दो वर्ष पहले शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. इस घटना के कारण भारत और चीन के बीच पिछले कुछ दशकों में सबसे गंभीर सैन्य टकराव की स्थिति बन आई थी. रक्षामंत्री ने ट्वीट किया, 'गलवान के उन वीर सपूतों को याद कर रहा हूं, जो देश के सम्मान की खातिर वीरतापूर्वक लड़े और 15-16 जून, 2020 को अपनी जान न्योछावर कर दी. उनके साहस, बहादुरी और सर्वोच्च त्याग को कभी भूला नहीं जा सकता. मैं उन वीर-बांकुरों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.'

इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की यह चाल है कि वह भारत को जख्म पहुंचाना चाहता है. वीर जवानों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि आप देश की बाड़ के वो तार हो जिससे पाकिस्तान खुद-ब-खुद ही जख्मी हो जाता है. राजनाथ ने जवानों से कहा कि पूरा देश आप पर भरोसा करता है, क्योंकि वे जानते हैं कि आप किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं.

  • J&K| Pakistan has its policy of 'bleed India with 1000s of cuts', but you are the fencing wire of the country because of which they themselves get cut. Country trusts you, they know you are ready for any situation. India is the world's only country: Defence Minister Rajnath Singh pic.twitter.com/1fhSnwOxt5

    — ANI (@ANI) June 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि गलवान घाटी में हुए संघर्ष के मद्देनजर पूर्वी लद्दाख सीमा पर गतिरोध काफी बढ़ गया था. गलवान घाटी में हुए संघर्ष में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए थे. पिछले वर्ष फरवरी में चीन ने आधिकारिक तौर पर यह माना था कि गलवान घाटी में हुए संघर्ष में पांच चीनी सैनिक मारे गये थे. हालांकि, यह माना जाता है कि मारे गये चीनी सैनिकों की संख्या इससे अधिक थी. भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में गतिरोध मई 2020 की शुरुआत में प्रारंभ हुआ था.

श्रीनगर : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जम्मू कश्मीर के अपने दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को यहां पहुंचे हैं. यहां राजनाथ एक एटीवी (ऑल-टेरेन व्हीकल) के जरिये बारामूला से बाराखाना तक की यात्रा की. इससे पहले रक्षा मंत्री ने बारामूला में सेना अधिकारियों के साथ लंच किया.

  • J&K | Defence Minister Rajnath Singh has lunch with Army officials in Baramulla

    On his 2-day visit to the UT, he'll visit forward areas & interact with troops; also attend the 200th anniversary of Maharaja Gulab Singh Ji’s 'Rajyabhishek Ceremony' in Jammu on 17th June. pic.twitter.com/DftRUTuGmm

    — ANI (@ANI) June 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जानकारी के मुताबिक, राजनाथ सिंह यहां श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वागत करने के लिए उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, 15 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला और अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी उपस्थित थे. रक्षा मंत्री नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर तैनात बलों की तैयारियों की समीक्षा के लिए अग्रिम क्षेत्रों का दौरा करेंगे.

सूत्रों ने कहा कि उन्हें वरिष्ठ फील्ड कमांडरों द्वारा भीतरी इलाकों और सीमाओं की स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी. वह शुक्रवार को जम्मू में महाराजा गुलाब सिंह के राज्याभिषेक समारोह की 200वीं वर्षगांठ में भी शामिल होंगे.

'गलवान के वीर शहीदों' को श्रद्धांजलि दी : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में दो वर्ष पहले शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. इस घटना के कारण भारत और चीन के बीच पिछले कुछ दशकों में सबसे गंभीर सैन्य टकराव की स्थिति बन आई थी. रक्षामंत्री ने ट्वीट किया, 'गलवान के उन वीर सपूतों को याद कर रहा हूं, जो देश के सम्मान की खातिर वीरतापूर्वक लड़े और 15-16 जून, 2020 को अपनी जान न्योछावर कर दी. उनके साहस, बहादुरी और सर्वोच्च त्याग को कभी भूला नहीं जा सकता. मैं उन वीर-बांकुरों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.'

इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की यह चाल है कि वह भारत को जख्म पहुंचाना चाहता है. वीर जवानों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि आप देश की बाड़ के वो तार हो जिससे पाकिस्तान खुद-ब-खुद ही जख्मी हो जाता है. राजनाथ ने जवानों से कहा कि पूरा देश आप पर भरोसा करता है, क्योंकि वे जानते हैं कि आप किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं.

  • J&K| Pakistan has its policy of 'bleed India with 1000s of cuts', but you are the fencing wire of the country because of which they themselves get cut. Country trusts you, they know you are ready for any situation. India is the world's only country: Defence Minister Rajnath Singh pic.twitter.com/1fhSnwOxt5

    — ANI (@ANI) June 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि गलवान घाटी में हुए संघर्ष के मद्देनजर पूर्वी लद्दाख सीमा पर गतिरोध काफी बढ़ गया था. गलवान घाटी में हुए संघर्ष में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए थे. पिछले वर्ष फरवरी में चीन ने आधिकारिक तौर पर यह माना था कि गलवान घाटी में हुए संघर्ष में पांच चीनी सैनिक मारे गये थे. हालांकि, यह माना जाता है कि मारे गये चीनी सैनिकों की संख्या इससे अधिक थी. भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में गतिरोध मई 2020 की शुरुआत में प्रारंभ हुआ था.

Last Updated : Jun 16, 2022, 7:31 PM IST
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