जम्मू : जम्मू कश्मीर के राजौरी में एक सैन्य शिविर में पिछले हफ्ते किए गए फिदायीन हमले में घायल हुए एक जवान ने उधमपुर में उत्तरी कमान के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया. इसके बाद इस हमले में शहीद होने वाले जवानों की संख्या पांच हो गई है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. दो आतंकवादियों ने 11 अगस्त को तड़के राजौरी के एक सैन्य शिविर पर आत्मघाती हमला कर दिया था जिसमें चार सैनिक शहीद हो गए थे. जम्मू कश्मीर में तीन साल से भी ज्यादा वक्त बाद यह फिदायीन हमला किया गया था.
दोनों आतंकवादियों को चार घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद ढेर कर दिया गया था. माना जाता है कि वे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य थे. यह हमला 76वें गणतंत्र दिवस से पांच दिन पहले हुआ था. एक अधिकारी ने बताया, 'हवलदार सतपाल सिंह ने रविवार रात को दम तोड़ दिया. इसी के साथ मृतक संख्या पांच हो गई है.' अधिकारियों ने बताया कि घायल जवान का उत्तरी कमान के सैन्य अस्पताल में इलाज किया जा रहा था.
उन्होंने बताया कि उधमपुर के कमान अस्पताल में आज हवलदार सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की गई और उनका पार्थिव शरीर राजस्थान में उनके गृह नगर ले जाया गया है. हमले में शहीद होने वाले अन्य जवानों में राजस्थान के झुंझुनु जिले के निवासी जूनियर कमीशन्ड अधिकारी (JCO) सूबेदार राजेंद्र प्रसाद, तमिलनाडु में मदुरै जिले के रहने वाले राइफलमेन लक्ष्मण डी, हरियाणा के फरीदाबाद जिले के निवासी राइफलमेन मनोज कुमार और हरियाणा के हिसार जिले के रहने वाले राइफलमेन निशांत मलिक थे.
जम्मू में सैन्य जन संपर्क अधिकारी ने कहा, 'भारतीय सेना बल की सर्वोच्च परंपरा को कायम रखते हुए, कर्तव्य के निर्वाहन के दौरान सर्वोच्च बलिदान के लिए बहादुरों को सलाम करती है.' उन्होंने कहा, 'राष्ट्र हमेशा उनके सर्वोच्च बलिदान और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए उनका ऋणी रहेगा.'
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