चेन्नई: अखिल भारतीय लोकतांत्रिक महिला संघ (AIDWA) ने शनिवार को तमिलनाडु सरकार से आईआईटी-मद्रास की एक छात्रा का कथित तौर पर लगातार यौन उत्पीड़न (constantly sexually assaulted) के मामले को सीबी-सीआईडी (CB-CID) को ट्रांसफर करने का आग्रह किया है.
मीडिया को संबोधित करते हुए एआईडीडब्ल्यूए के महासचिव पी. सुगंती ने कहा कि पश्चिम बंगाल की रहने वाली एक दलित लड़की और आईआईटी-एम में रसायन विज्ञान विभाग के पीएचडी स्कॉलर का उसके चार सहपाठियों द्वारा दो साल तक यौन उत्पीड़न किया गया था. उन्होंने कहा, 'आरोपियों ने उसके यौन उत्पीड़न का वीडियो बनाया और वे पिछले दो वर्षों से पीड़िता को धमकाते रहे और कई मौकों पर उसका यौन उत्पीड़न करते रहे. यहां तक कि पीड़िता ने प्रोफेसर एडमाना प्रसाद से इस तरह की घटना की शिकायत की, लेकिन उसने कोई कार्रवाई नहीं की.'
उन्होंने आगे कहा कि पीड़िता ने आईआईटी परिसर में जांच समिति के पास 2020 में शिकायत दर्ज करायी लेकिन इसके बाद भी आईआईटी-एम की ओर से कोई ठोस नहीं उठाया गया. इसके बाद पीड़िता गंभीर अवसाद का शिकार हो गयी और उसने आत्महत्या करने की कोशिश की. सुगनाथी ने आरोप लगाया कि आईआईटी की आंतरिक शिकायत समिति को एक छात्र के यौन उत्पीड़न के आरोपों की पूरी जांच पूरी करनी चाहिए थी. लेकिन आईआईटी-एम ने अभी तक अपनी पूरी जांच पूरी नहीं की है.
इसलिए, IIT-M आंतरिक शिकायत समिति को तुरंत अपनी पूरी रिपोर्ट सौंपनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने राज्य सरकार से मामले को सीबी-सीआईडी को स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है. साथ ही मामले की तुरंत जांच कराने और खुलेआम घूम रहे दोषियों को दंडित कर महिला को न्याय दिलाने में मदद करने का आग्रह किया.