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समुद्र पर बने कम दबाव के क्षेत्र के 24 अक्टूबर तक चक्रवात में बदलने की आशंका

उत्तरी अंडमान सागर पर बने कम दबाव के क्षेत्र के चक्रवात का रूप लेने की संभावना है. इसको देखते हुए मौसम विभाग (IMD) ने मछुआरों को 23 से 26 अक्टूबर के बीच उन्हें ओडिशा तट और पश्चिम-मध्य तथा उत्तरी बंगाल की खाड़ी में जाने से मना किया है.

The possibility of turning into a cyclone by October 24
24 अक्टूबर तक चक्रवात में बदलने की आशंका
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Published : Oct 22, 2022, 6:34 PM IST

भुवनेश्वर/कोलकाता : उत्तरी अंडमान सागर पर बने कम दबाव के क्षेत्र के शनिवार को और बढ़ जाने के बाद 24 अक्टूबर तक इसके चक्रवात का रूप लेने की आशंका है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप से लगभग 1,460 किलोमीटर दूर दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में यह कम दबाव का क्षेत्र बना है. बुलेटिन के अनुसार, यह कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और शनिवार सुबह लगभग साढ़े आठ बजे से अंडमान सागर के पास गंभीर रूप लेने लगा.

मौसम विभाग के अनुसार, 'इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 23 अक्टूबर की सुबह तक दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के आसपास और पूर्वी-मध्य क्षेत्र में कम दबाव के क्षेत्र के और गंभीर होने का अनुमान है.' विभाग के अनुसार, 'इसके फिर से धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और 24 अक्टूबर की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के मध्य में चक्रवाती तूफान का रूप लेने का अनुमान है.'

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, उसके बाद यह उत्तर-पश्चिम-पूर्व की ओर बढ़ता रहेगा और 25 अक्टूबर के तड़के तिनकोना द्वीप तथा सैंडद्वीप के बीच बांग्लादेश के तट पर पहुंचेगा. थाईलैंड ने इस संभावित चक्रवाती तूफान के लिए 'सितरांग' नाम सुझाया है. मौसम विभाग ने मछुआरों को शनिवार को मध्य बंगाल की खाड़ी और गहरे समुद्र क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी है. साथ ही 23 से 26 अक्टूबर के बीच उन्हें ओडिशा तट और पश्चिम-मध्य तथा उत्तरी बंगाल की खाड़ी में जाने से मना किया है.

इन मौसमी परिस्थितियों के कारण बंगाल और ओडिशा के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी बारिश होने का अनुमान है. कोलकाता में मौसम विभाग के क्षेत्रीय केन्द्र के उप महानिदेशक संजीब बंदोपाध्याय के अनुसार, उत्तरी-24 परगना और दक्षिणी-24 परगना जिलों में 24 अक्टूबर को बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है. इसी दिन पश्चिमी मेदिनीपुर में भी भारी बारिश होने का अनुमान है.

बंदोपाध्याय ने बताया कि अगले दिन नदिया, उत्तरी-24 परगना और दक्षिण 24 परगना में भारी बारिश का अनुमान है. उन्होंने बताया कि दोनों दिन कोलकाता, हावड़ा और हुगली में भी बारिश होने की संभावना है. बंदोपाध्याय ने बताया, 'उत्तरी-24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिलों में 24 अक्टूबर को 45 से 55 किलोमीटर की गति वाली हवाओं के 65 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने का अनुमान है. अगले दिन हवाओं की गति 90 से 100 किलोमीटर होने और उनके 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने का अनुमान है.'

उन्होंने बताया कि सुन्दरबन इलाके में फेरी (नौका) सेवा निलंबित कर दी गई है. भुवनेश्वर स्थित मौसम विभाग के क्षेत्रीय केन्द्र ने पुरी, जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा, भद्रक, बालेश्वर, मयूरभंज, जाजपुर, क्योंझर, कटक और खुर्दा जिलों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की है. विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने कहा, 'हमने आठ जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है. राज्य इस चुनौती से निपटने को तैयार है.' उन्होंने बताया कि ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में भारी वर्षा के पूर्वानुमान के बाद राज्य सरकार उससे निपटने की तैयारियों में जुट गयी है.

ये भी पढ़ें - चक्रवाती तूफान की आशंका, कैबिनेट सचिव ने की तैयारियों की समीक्षा

(पीटीआई-भाषा)

भुवनेश्वर/कोलकाता : उत्तरी अंडमान सागर पर बने कम दबाव के क्षेत्र के शनिवार को और बढ़ जाने के बाद 24 अक्टूबर तक इसके चक्रवात का रूप लेने की आशंका है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप से लगभग 1,460 किलोमीटर दूर दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में यह कम दबाव का क्षेत्र बना है. बुलेटिन के अनुसार, यह कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और शनिवार सुबह लगभग साढ़े आठ बजे से अंडमान सागर के पास गंभीर रूप लेने लगा.

मौसम विभाग के अनुसार, 'इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 23 अक्टूबर की सुबह तक दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के आसपास और पूर्वी-मध्य क्षेत्र में कम दबाव के क्षेत्र के और गंभीर होने का अनुमान है.' विभाग के अनुसार, 'इसके फिर से धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और 24 अक्टूबर की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के मध्य में चक्रवाती तूफान का रूप लेने का अनुमान है.'

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, उसके बाद यह उत्तर-पश्चिम-पूर्व की ओर बढ़ता रहेगा और 25 अक्टूबर के तड़के तिनकोना द्वीप तथा सैंडद्वीप के बीच बांग्लादेश के तट पर पहुंचेगा. थाईलैंड ने इस संभावित चक्रवाती तूफान के लिए 'सितरांग' नाम सुझाया है. मौसम विभाग ने मछुआरों को शनिवार को मध्य बंगाल की खाड़ी और गहरे समुद्र क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी है. साथ ही 23 से 26 अक्टूबर के बीच उन्हें ओडिशा तट और पश्चिम-मध्य तथा उत्तरी बंगाल की खाड़ी में जाने से मना किया है.

इन मौसमी परिस्थितियों के कारण बंगाल और ओडिशा के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी बारिश होने का अनुमान है. कोलकाता में मौसम विभाग के क्षेत्रीय केन्द्र के उप महानिदेशक संजीब बंदोपाध्याय के अनुसार, उत्तरी-24 परगना और दक्षिणी-24 परगना जिलों में 24 अक्टूबर को बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है. इसी दिन पश्चिमी मेदिनीपुर में भी भारी बारिश होने का अनुमान है.

बंदोपाध्याय ने बताया कि अगले दिन नदिया, उत्तरी-24 परगना और दक्षिण 24 परगना में भारी बारिश का अनुमान है. उन्होंने बताया कि दोनों दिन कोलकाता, हावड़ा और हुगली में भी बारिश होने की संभावना है. बंदोपाध्याय ने बताया, 'उत्तरी-24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिलों में 24 अक्टूबर को 45 से 55 किलोमीटर की गति वाली हवाओं के 65 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने का अनुमान है. अगले दिन हवाओं की गति 90 से 100 किलोमीटर होने और उनके 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने का अनुमान है.'

उन्होंने बताया कि सुन्दरबन इलाके में फेरी (नौका) सेवा निलंबित कर दी गई है. भुवनेश्वर स्थित मौसम विभाग के क्षेत्रीय केन्द्र ने पुरी, जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा, भद्रक, बालेश्वर, मयूरभंज, जाजपुर, क्योंझर, कटक और खुर्दा जिलों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की है. विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने कहा, 'हमने आठ जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है. राज्य इस चुनौती से निपटने को तैयार है.' उन्होंने बताया कि ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में भारी वर्षा के पूर्वानुमान के बाद राज्य सरकार उससे निपटने की तैयारियों में जुट गयी है.

ये भी पढ़ें - चक्रवाती तूफान की आशंका, कैबिनेट सचिव ने की तैयारियों की समीक्षा

(पीटीआई-भाषा)

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