श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए सख्त कर्फ्यू लगा दिया गया है. जिससे केंद्रशासित प्रदेश में जनजीवन की रफ्तार थम गई है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बीच शनिवार को रात आठ बजे से लेकर सोमवार सुबह छह बजे तक 34 घंटे के 'कोरोना कर्फ्यू' की घोषणा की थी.
सुरक्षा बलों ने कर्फ्यू के उल्लंघन को रोकने के लिए शहर में कई स्थानों पर सड़कों पर अवरोधक लगा दिए और अन्य जिला मुख्यालय नगरों में गश्त करते भी दिखे. हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि आवश्यक एवं आपात सेवाओं की आवाजाही पर कोई पाबंदी नहीं है.
उन्होंने बताया कि सार्वजनिक घोषणा प्रणाली युक्त पुलिस वाहनों ने शनिवार रात से ही जगह-जगह जाकर सख्त प्रतिबंध लागू किए जाने की घोषणा की. अधिकारियों ने बताया कि बाजार सुनसान हैं क्योंकि लोग घरों के अंदर हैं और लोग प्रशासन के साथ सहयोग कर रहे हैं.
राज्य कार्यकारी समिति की सदस्य सचिव सिमरनदीप सिंह द्वारा शनिवार रात जारी एक आदेश में कहा गया कि तय विवाह कार्यक्रमों को लोगों की सीमित संख्या के साथ कोरोना कर्फ्यू के दायरे से बाहर रखा जाएगा, बशर्ते शामिल होने वाले लोग अपने साथ शादी का कार्ड और पहचान पत्र रखें.
सरकार ने इससे पहले किसी परिसर के अंदर के कार्यक्रमों में 50 लोगों और बाहर होने वाले कार्यक्रमों में 100 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी थी. इसके अलावा अंतिम संस्कार में 20 लोगों के शामिल होने की अनुमति थी.
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आदेश में कौशल विकास या तकनीकी शिक्षा विभाग के अधीन तकनीकी प्रशिक्षण संस्थानों को 15 मई तक बंद रखने और ऑनलाइन शिक्षा देने के भी निर्देश दिए गए हैं.
सरकार पहले ही सभी शिक्षण संस्थानों को 15 मई तक बंद रखने के आदेश दे चुकी है और इस दौरान संस्थानों में जाने वाले कर्मचारियों की संख्या 50 फीसदी तक सीमित की गई है.
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ हफ्तों में कोविड-19 के मामले काफी बढ़ गए हैं.