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जौनपुर में पत्नी और तीन बच्चों की हत्या कर पति ने दी जान

जौनपुर में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. पति ने पत्नी और तीन बच्चों की हत्या कर जान दे दी. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

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Published : Jul 5, 2023, 3:08 PM IST

Updated : Jul 5, 2023, 4:46 PM IST

जौनपुरः जिले के मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के जयरामपुर गांव में पति ने पत्नी और तीन बच्चों की हत्या कर जान दे दी. एक ही परिवार में पांच लोगों की मौत ने लोगों को झकझोर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने पांचों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.

एसपी ग्रामीण शैलेन्द्र कुमार सिंह ने यह जानकारी दी.

एसपी ग्रामीण शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि पति नागेश विश्वकर्मा ने पत्नी राधिका, बेटी निकेता, बेटे आदर्श और तीन वर्षीय मासूम बेटी आयुषी को मौत के घाट उतारकर जान दे दी. नागेश के चचेरे भाई ने डायल 112 को इसकी सूचना दी. दरवाजा तोड़कर जब घर में प्रवेश किया गया तो पांचों के शव पड़े थे. पत्नी की वजनदार हथियार से हत्या की गई वहीं तीनों बच्चों को गला कसकर मारा गया था. इसके बाद आरोपी ने खुद की भी जान दे दी.

पुलिस के मुताबिक स्थानीय लोगों ने जानकारी दी है कि नागेश विश्वकर्मा पहले मुंबई में नौकरी करता था. कोरोना काल में मुंबई से वापस आने के बाद 2 दिन पूर्व जमीन बेचकर सफाई कर्मी को कुछ रुपए दिए थे. इसे लेकर पति और पत्नी में कहासुनी होती थी. इसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हुई थी. पति ने वजनदार खलबट्टे से पत्नी राधिका के सिर पर वार कर मौत की नींद सुला दिया. इसके बाद पति नागेश ने पुत्री निकिता, आयुषी और पुत्र आदर्श का गला फंदे से घोंट दिया. इसके बाद उसने भी अपनी जान दे दी. कोई भी इस मामले को लेकर सीधे तौर पर कुछ कहने से बचता नजर आया. एसपी ग्रामीण डॉ शैलेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि पुलिस हत्याकांड की जांच कर रही है. एक सुसाइड नोट भी मिला है. उसकी जांच की जा रही है.

सुसाइड नोट से सामने आई वजह
एसपी ग्रामीण शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि मृतक नागेश मुंबई में नौकरी करता था. कोरोना काल में वह घर लौट आया था. यहां उसने सात लाख रुपए में जमीन बेची थी. इसके बाद जलालपुर थाना क्षेत्र के शिवा सिंह को स्कूल में चपरासी पद के लिए सात लाख रुपए दिए थे. मध्यस्थता पड़ोस के भानु विश्वकर्मा ने की थी. कई बार कहने के बाद न तो नागेश को नौकरी मिली और न ही उसके पैसे वापस हो रहे थे. इसे लेकर पति और पत्नी में आए दिन झगड़ा होता था. इसी से आजिज आकर नागेश ने ऐसा खतरनाक कदम उठा लिया. सुसाइड नोट में नागेश ने इस मामले का जिक्र किया है. साथ ही अपनी और पति और बच्चों की मौत का जिम्मेदार खुद को ठहराया है. भाई त्रिभुवन विश्वकर्मा की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

ये भी पढे़ंः पूर्व क्रिकेटर प्रवीण कुमार की गाड़ी में कैंटर ने मारी टक्कर, बाल-बाल बचे

जौनपुरः जिले के मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के जयरामपुर गांव में पति ने पत्नी और तीन बच्चों की हत्या कर जान दे दी. एक ही परिवार में पांच लोगों की मौत ने लोगों को झकझोर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने पांचों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.

एसपी ग्रामीण शैलेन्द्र कुमार सिंह ने यह जानकारी दी.

एसपी ग्रामीण शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि पति नागेश विश्वकर्मा ने पत्नी राधिका, बेटी निकेता, बेटे आदर्श और तीन वर्षीय मासूम बेटी आयुषी को मौत के घाट उतारकर जान दे दी. नागेश के चचेरे भाई ने डायल 112 को इसकी सूचना दी. दरवाजा तोड़कर जब घर में प्रवेश किया गया तो पांचों के शव पड़े थे. पत्नी की वजनदार हथियार से हत्या की गई वहीं तीनों बच्चों को गला कसकर मारा गया था. इसके बाद आरोपी ने खुद की भी जान दे दी.

पुलिस के मुताबिक स्थानीय लोगों ने जानकारी दी है कि नागेश विश्वकर्मा पहले मुंबई में नौकरी करता था. कोरोना काल में मुंबई से वापस आने के बाद 2 दिन पूर्व जमीन बेचकर सफाई कर्मी को कुछ रुपए दिए थे. इसे लेकर पति और पत्नी में कहासुनी होती थी. इसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हुई थी. पति ने वजनदार खलबट्टे से पत्नी राधिका के सिर पर वार कर मौत की नींद सुला दिया. इसके बाद पति नागेश ने पुत्री निकिता, आयुषी और पुत्र आदर्श का गला फंदे से घोंट दिया. इसके बाद उसने भी अपनी जान दे दी. कोई भी इस मामले को लेकर सीधे तौर पर कुछ कहने से बचता नजर आया. एसपी ग्रामीण डॉ शैलेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि पुलिस हत्याकांड की जांच कर रही है. एक सुसाइड नोट भी मिला है. उसकी जांच की जा रही है.

सुसाइड नोट से सामने आई वजह
एसपी ग्रामीण शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि मृतक नागेश मुंबई में नौकरी करता था. कोरोना काल में वह घर लौट आया था. यहां उसने सात लाख रुपए में जमीन बेची थी. इसके बाद जलालपुर थाना क्षेत्र के शिवा सिंह को स्कूल में चपरासी पद के लिए सात लाख रुपए दिए थे. मध्यस्थता पड़ोस के भानु विश्वकर्मा ने की थी. कई बार कहने के बाद न तो नागेश को नौकरी मिली और न ही उसके पैसे वापस हो रहे थे. इसे लेकर पति और पत्नी में आए दिन झगड़ा होता था. इसी से आजिज आकर नागेश ने ऐसा खतरनाक कदम उठा लिया. सुसाइड नोट में नागेश ने इस मामले का जिक्र किया है. साथ ही अपनी और पति और बच्चों की मौत का जिम्मेदार खुद को ठहराया है. भाई त्रिभुवन विश्वकर्मा की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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Last Updated : Jul 5, 2023, 4:46 PM IST
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