कुशीनगरः कसया थानाक्षेत्र में एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक परिवार को पड़ोसी की पिटाई से आवारा कुत्ते को बचाने की बड़ी कीमत चुकानी पड़ी. आरोप है कि इससे गुस्साए आरोपी ने परिवार के 12 वर्षीय बच्चे की हत्या कर दी. हत्या के बाद उसका शव नाले में फेंक दिया. पुलिस ने आरोपी को जब गिरफ्तार किया तो उसने अपना गुनाह कबूल किया.
बीती एक अगस्त को कसया पुलिस को सूचना मिली थी कि गांव मैनपुर के टोला शिवपट्टी निवासी मधुकर ललित त्रिपाठी का 12 वर्षीय बेटा रमन त्रिपाठी अचानक संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया है. परिजनों ने बच्चें की तलाश हर जगह की लेकिन पता नही चला. थक- हारकर परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर बच्चे की तलाश शुरू कर दी. 2 अगस्त को पुलिस को बच्चे का शव एक नाले में उतराने की सूचना मिली. जांच में बच्चे के चेहरे पर गहरे घाव के निशान मिले. पुलिस ने बच्चे के शव की शिनाख्त कराई तो पता चला कि यह वही लापता बच्चा है. शव की शिनाख्त रमन त्रिपाठी के रूप में हुई.
इस हत्याकांड का गुरुवार शाम को पुलिस ने खुलासा किया. कसया सीओ ने हत्याकांड का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार एक कुत्ते को खाना खिलाता था, इस कारण कुत्ता उनके घर के आसपास ही रहता था. हत्या के कुछ दिन पहले हत्यारोपी शमशुद्दीन उर्फ़ मंगरू ज़ब रमन के घर के पास से गुजर रहा था तो कुत्ते ने उस पर भौंकना शुरू कर दिया. इससे नाराज आरोपी मंगरू ने कुत्ते को पीटना शुरू कर दिया. बेजुबान की बेरहमी से पिटाई देखकर पीड़ित परिवार ने विरोध जताया था. इसके बाद आरोपी चला गया. आरोपी मंगरू पड़ोस में ही रहता था.
सीओ कसया कुंदन सिंह ने बताया कि आरोपी ने बताया कि 1 अगस्त को उसने रमन त्रिपाठी को अकेले देखा. वह बहाने से उसे पुलिया की तरफ ले गया. पुलिस पर पहुंचते ही आरोपी ने रमन के साथ गाली गलौज की. कहा कि उस दिन तुम्हारे परिवार वालों कुत्ते को लेकर विवाद कर रहे थे. आरोपी ने रमन से मारपीट शुरू कर दी. रमन पुलिस के नीचे गिर गया और उसकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोट के गंभीर निशान मिले हैं. मौत से पहले उसकी पिटाई की गई थी.
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