लखनऊः उरई में भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के डिविजनल इंजीनियर को सीबीआई (CBI) ने घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. इंजीनियर वेद प्रकाश ठेकेदार से काम दिलाने के नाम पर रिश्वत की मांग कर रहा था, जिस पर ठेकेदार ने सीबीआई से शिकायत की थी. टीम ने आरोपी इंजीनियर को गिरफ्तार करने के बाद उसके उरई और कानपुर के घर पर भी छापेमारी की.
दरअसल, भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) में ठेकेदारी करने वाले रविंद्र पांचाल ने सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच से शिकायत की थी. शिकायत के अनुसार बीएसएनएल के डिवीजनल इंजीनियर वेद प्रकाश डाकोर ब्लॉक के बीडीओ कार्यालय में ओएलटी (ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क) मशीन की स्थापना का टेंडर देने और फिर जल्द से जल्द पेमेंट करवाने के बदले 20 हजार रुपये रिश्वत मांग रहा था.
पीड़ित ठेकेदार ने सीबीआई लखनऊ में शिकायत की, जिसके बाद लखनऊ जोन से एक टीम उरई भेजी गई थी. आरोपी इंजीनियर को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया, जिसके बाद जैसे ही ठेकेदार से आरोपी ने घूस ली टीम ने उसे धर दबोचा. गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की टीम उसे लेकर उसके सरकारी आवास और कानपुर स्थित निजी आवास पर पहुंची और वहां भी छापेमारी की. इस दौरान तमाम संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं.
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सीबीआई ने BSNL इंजीनियर को रंगे हाथ घूस लेते दबोचा, घर पर भी छापेमारी
उरई में ठेकेदार से रिश्वत मांग रहे BSNL इंजीनियर को सीबीआई (CBI) ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही इंजीनियर के कानपुर स्थित आवास पर भी सीबीआई ने छापा मारा.
Published : Nov 7, 2023, 6:47 AM IST
लखनऊः उरई में भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के डिविजनल इंजीनियर को सीबीआई (CBI) ने घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. इंजीनियर वेद प्रकाश ठेकेदार से काम दिलाने के नाम पर रिश्वत की मांग कर रहा था, जिस पर ठेकेदार ने सीबीआई से शिकायत की थी. टीम ने आरोपी इंजीनियर को गिरफ्तार करने के बाद उसके उरई और कानपुर के घर पर भी छापेमारी की.
दरअसल, भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) में ठेकेदारी करने वाले रविंद्र पांचाल ने सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच से शिकायत की थी. शिकायत के अनुसार बीएसएनएल के डिवीजनल इंजीनियर वेद प्रकाश डाकोर ब्लॉक के बीडीओ कार्यालय में ओएलटी (ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क) मशीन की स्थापना का टेंडर देने और फिर जल्द से जल्द पेमेंट करवाने के बदले 20 हजार रुपये रिश्वत मांग रहा था.
पीड़ित ठेकेदार ने सीबीआई लखनऊ में शिकायत की, जिसके बाद लखनऊ जोन से एक टीम उरई भेजी गई थी. आरोपी इंजीनियर को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया, जिसके बाद जैसे ही ठेकेदार से आरोपी ने घूस ली टीम ने उसे धर दबोचा. गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की टीम उसे लेकर उसके सरकारी आवास और कानपुर स्थित निजी आवास पर पहुंची और वहां भी छापेमारी की. इस दौरान तमाम संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं.
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