बस्ती : महिला नायब तहसीलदार की ओर से नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला पर रेप की कोशिश और हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया था. घटना दिवाली के दिन हुई थी. मामला दो अफसरों से जुड़ा होने के कारण रातोंरात यह प्रकरण पूरे सूबे में सुर्खियों में आ गया. महिला अफसर की शिकायत के बावजूद कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. मजबूरन पीड़िता को एक वीडियो जारी करना पड़ा. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की. फिलहाल आरोपी फरार है. मंगलवार को उसे सस्पेंड भी कर दिया गया. कोर्ट ने वारंट जारी कर दिया है. गिरफ्तारी के लिए छह टीमें भी गठित की गईं हैं.
मामला सुर्खियों में आने पर दर्ज हुआ मुकदमा : नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला व महिला नायब तहसीलदार एक ही तहसील में कार्यरत थे. दोनों के आवास भी आसपास ही थे. महिला नायब तहसीलदार की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर के अनुसार दिवाली वाले दिन घनश्याम शुक्ला महिला अफसर के आवास में घुस गए. इसके बाद उसके साथ रेप करने की कोशिश की. इसका विरोध करने पर जान से मारने का भी प्रयास किया. शुरू में पुलिस मुकदमा दर्ज करने से कतराती रही. बाद में मामला सुर्खियों में आया तो केस दर्ज हुआ. इसके बाद से आरोपी फरार है. मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही हैं, कई अहम जानकारियां भी सामने आने लगी हैं.
आरोपी की तलाश में लगीं छह टीमें : सोमवार को डीएम आंद्रा स्वामी की ओर से शासन को भेजी रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि आरोपी और महिला नायब तहसीलदार में दोस्ती थी. दोनों की वाट्सएप पर चैटिंग भी होती थी. घटना वाले दिन आरोपी और पीड़िता के अलावा एक और शख्स मौजूद था. वहीं मामले में सीजेएम ने आरोपी नायब तहसीलदार के खिलाफ वारंट भी जारी कर दिया. एएसपी दीपेंद्र चौधरी ने गिरफ्तारी के लिए छह टीमों का गठन किया है. मंगलवार की दोपहर बाद प्रमुख सचिव गृह की ओर से डीएम बस्ती को कार्रवाई का पत्र पहुंचा. इसके बाद आरोपी नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करते हुए कानपुर कमिश्नर कार्यालय में अटैच कर दिया गया.
CM Yogi के शासन में महिला PCS अफसर को नहीं मिल रहा न्याय, नायब तहसीलदार की नहीं हो रही गिरफ्तारी