श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सोमवार को क्राइम ब्रांच की कई टीमों ने फर्जी आयकर दावे की जांच के तहत विभिन्न आवासों और कार्यालयों में तलाशी ली. एजेंसी ने एक बयान में कहा कि कार्यकारी ड्यूटी मजिस्ट्रेटों की मौजूदगी में सोमवार को तलाशी ली गई और उन आरोपियों या संदिग्ध व्यक्तियों से संबंधित कई आवासों और कार्यालय परिसरों की तलाशी ली गई, जो कथित तौर पर पुलिस स्टेशन ईओडब्ल्यू, श्रीनगर की केस एफआईआर में शामिल थे.
बयान के अनुसार, इन मामलों में इलेक्ट्रॉनिक और अन्य डेटा के साथ अवैध हेरफेर या छेड़छाड़ शामिल है, जिससे अपराधियों को अतीत में स्रोत पर काटे गए आयकर के रिफंड का गलत दावा करने की अनुमति मिली. आपराधिक कृत्यों के परिणामस्वरूप आरोपी व्यक्तियों को करोड़ों रुपये का गलत आर्थिक लाभ हुआ, जबकि भारत सरकार के आयकर विभाग को भी इसी तरह की वित्तीय हानि हुई.
आगे कहा गया कि प्रधान आयकर आयुक्त, श्रीनगर के कार्यालय की एक शिकायत के कारण ये मामले 25 मई, 2023 को दर्ज किए गए थे. मामलों की चल रही जांच के तहत तलाशी ली गई. तलाशी लेने में उचित परिश्रम और कानून द्वारा अनिवार्य सभी प्रक्रियाओं का पालन किया गया. इसके अलावा, इसमें कहा गया है कि तलाशी के परिणामस्वरूप कोई गिरफ्तारी नहीं हुई.
लेकिन कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज़, कंप्यूटर (डेस्कटॉप और लैपटॉप), और अन्य सामान बरामद किए गए हैं और उन्हें जब्त कर लिया गया है. इन्हें मामलों में संभावित सबूत के रूप में समीक्षा और आगे की जांच के लिए रिकॉर्ड पर लिया गया है. बयान के मुताबिक, मामलों की जांच ठीक से चल रही है और उचित जानकारी प्राप्त होने पर अधिक जानकारी प्रदान की जाएगी.