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Watch : मणिपुर संकट पर हन्नान मोल्लाह बोले- दोनों समुदायों के बीच सहमति बनाने का प्रयास करेगी सीपीआई-एम - हन्नान मोल्लाह

सीपीआई-एम महासचिव सीताराम येचुरी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर के दौरे पर है. इस बीच सीपीएम केंद्रीय समिति के सदस्य हन्नान मोल्लाह ने कहा कि दो समुदायों के बीच हो रही हिंसा का शांतिपूर्ण हल निकालने के लिए प्रयास किए जाएंगे. ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता गौतम देबरॉय की रिपोर्ट.

Hannan Mollah
हन्नान मोल्लाह
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Published : Aug 19, 2023, 10:10 PM IST

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नई दिल्ली: पूर्व सांसद और सीपीएम केंद्रीय समिति के सदस्य हन्नान मोल्लाह ने शनिवार को कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-मार्क्सवादी) मणिपुर में दो परस्पर विरोधी समुदायों के बीच एक सूत्रधार के रूप में काम करने की कोशिश करेगी. कुकी और मैतेई के मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए पार्टी का प्रतिनिधिमंडल राजनीतिक दलों से मुलाकात करेगा.

मोल्लाह ने नई दिल्ली में ईटीवी भारत को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, 'मणिपुर में स्थिति बहुत अस्थिर है, ऐसे में सभी लोकतांत्रिक दलों को मंच पर जाकर विभिन्न समुदायों के बीच सामंजस्य बिठाने का प्रयास करना चाहिए. हमारी पार्टी के नेता निश्चित रूप से विभिन्न समुदायों से मिलेंगे और उन्हें करीब लाने का प्रयास करेंगे.'

उन्होंने कहा कि तीन महीने से अधिक समय से हिंसा जारी होने के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई है. मोल्लाह ने कहा कि 'हिंसा शुरू हुई तो अगर सरकार तुरंत कोई सकारात्मक कदम उठाती तो बेहतर होता.'

सीपीआई-एम महासचिव सीताराम येचुरी के नेतृत्व में, जितेंद्र चौधरी, सुप्रकाश तालुकदार और देबलीना हेम्ब्रम सहित पार्टी की अन्य केंद्रीय समिति के सदस्य शुक्रवार से मणिपुर की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं. संघर्षग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के अलावा, प्रतिनिधिमंडल चुराचांदपुर, मोइरांग और इंफाल में राहत शिविरों का भी दौरा करेगा.
शुक्रवार शाम को सीपीआई-एम प्रतिनिधिमंडल ने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की और मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की. प्रतिनिधिमंडल राज्य के कई नागरिक समाज संगठनों से भी मुलाकात करेगा.

मोल्लाह ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर कड़े कदम नहीं उठाने और दो अलग-अलग समुदायों के बीच हिंसा भड़काने का आरोप लगाया. मोल्लाह ने कहा कि 'आरएसएस के निर्देश पर, मणिपुर सरकार मणिपुर को एक हिंदू राज्य बनाने के अपने प्रयास को आगे बढ़ाने के लिए स्थिति को बढ़ावा दे रही है.' सीपीएम नेता ने स्थिति को नियंत्रित करने में विफलता के लिए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के तत्काल इस्तीफे की मांग की.

गौरतलब है कि वामपंथी पार्टियों से संबद्ध ऑल इंडिया वूमेन डेमोक्रेटिक (एआईडब्ल्यूडीए) ने हाल ही में मणिपुर की मौजूदा स्थिति का जायजा लेने के लिए मणिपुर का दौरा किया था. उनके दौरे के बाद AIDWA ने शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक विस्तृत रिपोर्ट भी सौंपी थी.

ये भी पढ़ें-

Memorandum on Manipur violence: AIDWA सदस्य का दावा, 'राष्ट्रपति मणिपुर राहत शिविरों की दुर्दशा से चिंतित'

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नई दिल्ली: पूर्व सांसद और सीपीएम केंद्रीय समिति के सदस्य हन्नान मोल्लाह ने शनिवार को कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-मार्क्सवादी) मणिपुर में दो परस्पर विरोधी समुदायों के बीच एक सूत्रधार के रूप में काम करने की कोशिश करेगी. कुकी और मैतेई के मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए पार्टी का प्रतिनिधिमंडल राजनीतिक दलों से मुलाकात करेगा.

मोल्लाह ने नई दिल्ली में ईटीवी भारत को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, 'मणिपुर में स्थिति बहुत अस्थिर है, ऐसे में सभी लोकतांत्रिक दलों को मंच पर जाकर विभिन्न समुदायों के बीच सामंजस्य बिठाने का प्रयास करना चाहिए. हमारी पार्टी के नेता निश्चित रूप से विभिन्न समुदायों से मिलेंगे और उन्हें करीब लाने का प्रयास करेंगे.'

उन्होंने कहा कि तीन महीने से अधिक समय से हिंसा जारी होने के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई है. मोल्लाह ने कहा कि 'हिंसा शुरू हुई तो अगर सरकार तुरंत कोई सकारात्मक कदम उठाती तो बेहतर होता.'

सीपीआई-एम महासचिव सीताराम येचुरी के नेतृत्व में, जितेंद्र चौधरी, सुप्रकाश तालुकदार और देबलीना हेम्ब्रम सहित पार्टी की अन्य केंद्रीय समिति के सदस्य शुक्रवार से मणिपुर की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं. संघर्षग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के अलावा, प्रतिनिधिमंडल चुराचांदपुर, मोइरांग और इंफाल में राहत शिविरों का भी दौरा करेगा.
शुक्रवार शाम को सीपीआई-एम प्रतिनिधिमंडल ने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की और मणिपुर मुद्दे पर चर्चा की. प्रतिनिधिमंडल राज्य के कई नागरिक समाज संगठनों से भी मुलाकात करेगा.

मोल्लाह ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर कड़े कदम नहीं उठाने और दो अलग-अलग समुदायों के बीच हिंसा भड़काने का आरोप लगाया. मोल्लाह ने कहा कि 'आरएसएस के निर्देश पर, मणिपुर सरकार मणिपुर को एक हिंदू राज्य बनाने के अपने प्रयास को आगे बढ़ाने के लिए स्थिति को बढ़ावा दे रही है.' सीपीएम नेता ने स्थिति को नियंत्रित करने में विफलता के लिए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के तत्काल इस्तीफे की मांग की.

गौरतलब है कि वामपंथी पार्टियों से संबद्ध ऑल इंडिया वूमेन डेमोक्रेटिक (एआईडब्ल्यूडीए) ने हाल ही में मणिपुर की मौजूदा स्थिति का जायजा लेने के लिए मणिपुर का दौरा किया था. उनके दौरे के बाद AIDWA ने शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक विस्तृत रिपोर्ट भी सौंपी थी.

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