नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यहां कहा कि भारत में कोविड टीकाकरण का दायरा बढ़कर 30.72 करोड़ को पार कर गया है. मंत्रालय के अनुसार लगाए गए टीकों की कुल संख्या 30,72,46,600 हो गयी है.
देश में 21 जून से शुरू हुए व्यापक टीकाकरण अभियान के तहत बृहस्पतिवार को शाम सात बजे तक टीकों की 54.07 लाख से अधिक खुराक दी गयी. मंत्रालय ने कहा कि 18-44 साल के आयु वर्ग में बृहस्पतिवार को 35,44,209 लोगों को टीके की पहली खुराक और 67,627 लोगों को दूसरी खुराक दी गयी.
10 लाख से अधिक को लगी टीके की पहली खुराक
रिपोर्ट के अनुसार टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत के बाद से 37 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इस समूह के कुल 7,43,45,835 लोगों ने टीके की पहली खुराक ली है और 15,70,839 लोगों ने दूसरी खुराक ली है.
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 18 -44 वर्ष के आयु वर्ग में 10 लाख से अधिक लाभार्थियों को कोविड टीके की पहली खुराक दी गयी है.
संसदीय स्थायी समिति ने ली जानकारी
देश ने सोमवार को टीकाकरण के लिए संशोधित केंद्रीय दिशानिर्देशों के पहले दिन ऐतिहासिक 88 लाख टीकाकरण दर्ज किया था. इसी तरह, बुधवार को विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन पर एक संसदीय स्थायी समिति (parliametary standing committee) ने कोविड-19 वैक्सीन रणनीति और जीनोमिक अनुक्रमण पर आईसीएमआर के डीजी डॉ. बलराम भार्गव, प्रधान मंत्री के विजय राघवन के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार और सीएसआईआर के डीजी शेखर मांडे की राय ली.
बैठक में समिति के सदस्यों ने डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरिएंट के उद्भव, वैक्सीन की खरीद और मूल्य निर्धारण के साथ-साथ घरेलू वैक्सीन विकास की स्थिति के बाद देश की जीनोमिक अनुक्रमण क्षमता के बारे में प्रश्न पूछे. बाल टीकाकरण का जिक्र करते हुए डॉ. भार्गव ने संसदीय समिति को बताया कि इसके लिए कोवैक्सिन का ट्रायल चल रहा है. समिति को विशेषज्ञों द्वारा उन टीकों के बारे में भी जानकारी दी गई जो विकास की प्रक्रिया में हैं और जिन नए टीकों की खोज की जा रही है.
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