महाराजगंज (यूपी): कोरोना संक्रमण के मौजूदा दौर में कोरोना संक्रमित होने पर अपने भी साथ छोड़ रहे हैं. इलाज करवाना तो छोड़िये कई बार शवों के अंतिम संस्कार में भी अपने शामिल नहीं हो रहे. लेकिन क्या एक मां अपने बच्चे के साथ ऐसा कर सकती है. दिल तो नहीं मानता लेकिन ऐसा एक मामला उत्तर प्रदेश से सामने आया है.
कोरोना पॉजिटिव होने पर बच्चे को छोड़ गई मां
मूल रूप से नेपाल के रहने वाले चार साल के मासूम बच्चे को 12 मई को महाराजगंज के जिला अस्पताल लाया गया था. बच्चे को तेज बुखार था, डॉक्टरों ने इंसेफेलाइटिस के लक्षण देखते हुए संबंधित आईसीयू वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया. जांच में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) की पुष्टि हुई. बीमारी के चलते मासूम बेहोश था. चार दिन इलाज के बाद भी बुखार कम नहीं हुआ तो 18 मई को उसकी कोरोना जांच हुई. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसकी मां मासूम को अस्पताल में छोड़कर चली गई और चार दिन तक नहीं लौटी.
मासूम की हो गई मौत
मां के चले जाने के बाद इंसेफेलाइटिस वार्ड में भर्ती मासूम की देखभाल भगवान भरोसे हो गयी. अस्पताल में तैनात नर्सों ने जहां तक हो सका मासूम की देखभाल की. डॉक्टर और स्टाफ नर्स के लाख कोशिशों के बाद भी गुरुवार की रात जिन्दगी और मौत से जूझते हुए मासूम ने दम तोड़ दिया. इतना ही नहीं मासूम का शव लेने भी कोई नहीं आया. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि अगर, मासूम के घर से कोई शव लेने नहीं आया तो प्रशासन की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा.
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