नई दिल्ली : देश में कोरोना महामारी का खतरा (corona virus havoc in india) एक बार फिर से बढ़ता ही जा रहा है. भारत में पिछले 24 घंटों में 1,41,986 नए कोरोना के मामले दर्ज किए गए. वहीं, 40,895 मरीज कोविड से ठीक हुए और 285 मौतें हुईं. वहीं, दैनिक पॉजिटिविट रेट 9.28% रहा. देश में अबतक कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के 3071 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, अबतक 150 करोड़ से ज्यादा खुराक दी गईं.
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 4 लाख 72 हजार 169 हो गई है. वहीं, इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4 लाख 83 हजार 463 हो गई है.
- " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="">
आंकड़ों के मुताबिक, कल 40 हजार 485 लोग ठीक हुए, जिसके बाद अभी तक 3 करोड़ 44 लाख 12 हजार 740 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं.
बता दें कि, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोरोना वायरस रोधी टीकों की 150 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं.
केंद्रीय स्वाथ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, ओमीक्रोन स्वरूप के 3,071 मामलों में से 1,203 मरीज स्वस्थ हो गए या देश छोड़कर चले गए हैं. महाराष्ट्र में ओमीक्रोन के सबसे अधिक 876 मामले आए. इसके बाद दिल्ली में 513, कर्नाटक में 333, राजस्थान में 291, केरल में 284 और गुजरात में 204 मामले आए.
आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस के एक दिन में 1,41,986 नए मामले आए हैं जो करीब 222 दिनों में सबसे अधिक हैं. कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 4,72,169 हो गयी है जो करीब 187 दिनों में सबसे अधिक है. महामारी से 285 और मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,83,463 हो गयी है. पिछले साल 31 मई को संक्रमण के कुल 1,52,734 नए मामले आए थे.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 4,72,169 हो गयी है जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.34 प्रतिशत है. कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 97.30 प्रतिशत हो गयी है. पिछले 24 घंटों में संक्रमण का इलाज करा रहे लोगों की संख्या में 1,00,806 मामलों की वृद्धि हुई है. संक्रमण की दैनिक दर 9.28 प्रतिशत दर्ज की गयी जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 5.66 प्रतिशत दर्ज की गयी. कोविड-19 से स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 3,44,12,740 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.37 प्रतिशत दर्ज की गयी. देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 150.06 करोड़ से अधिक खुराकें दी गयी हैं.
देश में सात अगस्त 2019 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2019 को 30 लाख और पांच सितंबर 2019 को 40 लाख से अधिक हो गई थी. वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2019 को 50 लाख, 28 सितंबर 2019 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2019 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2019 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे. देश में 19 दिसंबर 2019 को ये मामले एक करोड़ के पार, पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ के पार और 23 जून 2020 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी.
आंकड़ों के अनुसार, देश में जिन 285 और मरीजों की मौत हुई है उनमें 189 की केरल और 20 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई. इस महामारी से अब तक कुल 4,83,463 मरीज जान गंवा चुके हैं जिनमें से 1,41,614 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 49,305 की केरल, 38,362 की कर्नाटक, 36,833 की तमिलनाडु, 25,136 की दिल्ली, 22,918 की उत्तर प्रदेश और 19,864 की मौत पश्चिम बंगाल में हुई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं. मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है.
पॉजिटिविटी रेट किसे कहते हैं?
पॉजिटिविटी रेट से पता चलता है कि किए जा रहे टेस्ट में से कुल कितने मरीज पॉजिटिव आ रहे हैं. अगर अधिक है तो इसका मतलब है कि संक्रमण तेजी से फैल रहा है.
वहीं, दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना के खतरे को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएम) की सोमवार को बैठक होगी. बैठक में कोरोना के हालातों को देखते हुए कुछ और कड़े फैसले लिये जा सकते हैं. इससे पहले मंगलवार को डीडीएमए की बैठक हुई थी जिसमें वीकेंड कर्फ्यू लगाने की घोषणा की गई थी. वीकेंड कर्फ्यू के दौरान आवश्यक सेवाओं में शामिल लोगों और जरुरी सामानों को छोड़ सोमवार सुबह 5 बजे तक सबकुछ बंद रहेगा.
पढ़ें : मुंबई में कोरोना के 20 हजार से ज्यादा नए केस, कर्नाटक में Omicron के 107 मामले सामने आए
कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप (corona new variant omicron havoc in delhi) के कारण संक्रमितों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए, दिल्ली सरकार ने मंगलवार को सप्ताहांत कर्फ्यू की घोषणा की थी.
सप्ताहांत कर्फ्यू के दौरान केवल आवश्यक सेवाओं में शामिल व्यक्तियों और आपातकालीन स्थिति का सामना करने वालों को ही अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति होगी. बाहर निकलने वालों को सरकार द्वारा जारी ई-पास या वैध पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा.
पश्चिमी जिले के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, हमने सप्ताहांत कर्फ्यू को लागू करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है. बाजारों, सड़कों, कॉलोनियों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी. यदि जरूरत पड़ी तो हम इसे लागू करने वाले दस्तों की संख्या भी बढ़ाएंगे.