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Corona in Delhi: एक ही दिन में मिले 1000 कोरोना संक्रमित, खुले रहेंगे स्कूल - Corona in Delhi

राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले एक दिन में 1000 के पार पहुंच गए. सक्रिय मरीजों की संख्या 2600 से अधिक हो गई है. दिल्ली में हर रोज तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के आंकड़े डराने लगे हैं.

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Published : Apr 20, 2022, 8:37 PM IST

Updated : Apr 20, 2022, 9:17 PM IST

नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में लग कोरोना संक्रमण के मामले एक दिन में 1000 के पार पहुंच गए. सक्रिय मरीजों की संख्या 2600 से अधिक हो गई है. दिल्ली में हर रोज तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के आंकड़े डराने लगे हैं. आज यानी बुधवार को ही दिल्ली सरकार ने मास्क अनिवार्य कर दिया है. अब दिल्ली में मास्क न पहनने पर दोबारा 500 रुपये का चालान काटने का आदेश दे दिया गया है.

दिल्ली में स्कूल खुले रहेंगे: स्कूलों को कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा. स्कूलों के लिए नई एसओपी भी बनाई जा रही है. एसओपी का कितना पालन हो रहा है इस पर नजर रखी जाएगी और नियमों का उल्लंघन होने पर जुमार्ने का प्रावधान किया जाएगा. यह निर्णय बुधवार को हुई दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की बैठक में लिया गया.

मास्क हुआ अनिवार्य: दिल्ली में फेस मास्क लगाना भी अनिवार्य कर दिया गया है. मास्क न लगाने पर 500 रुपए का जुर्माना किया जाएगा. डीडीएमए की इस बैठक की अध्यक्षता दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने की. बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल रहे. दिल्ली के उपराज्यपाल ने बताया कि विशेषज्ञों के परामर्श से स्कूलों के लिए कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए एसओपी निर्धारित की जानी चाहिए. स्कूल प्रबंधन द्वारा उनका सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए.

उपराज्यपाल ने क्या कहा: उपराज्यपाल ने कहा कि छात्रों के व्यापक हित में दिशानिर्देशों का सही से पालन किया जाना चाहिए. उपराज्यपाल के मुताबिक ऐसी स्थिति में जबकि स्कूलों के लिए बनाई गई एसओपी का गैर-अनुपालन हो या फिर एसओपी का उल्लंघन हो तो जुर्माना लगाया जाना चाहिए. उपराज्यपाल का कहना है कि छात्रों के हितों का ध्यान रखते हुए एक निवारक प्रभाव पैदा करने के लिए जुर्माना लगाया जाना चाहिए. उन्होंने सभी एजेंसियों को सतर्क रहने और स्थिति से निपटने के लिए समन्वय में काम करने की सलाह दी.

आपदा प्रबंधन की बैठक: दिल्ली के स्कूलों के संबंध में बुधवार को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया दिल्ली सरकार का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ऐसे कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या काफी कम है. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता पड़ी है. कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर नए निर्णय लेने के लिए ही दिल्ली आपदा प्रबंधन की बैठक बुलाई गई थी.

शिक्षा निदेशालय ने क्या कहा: वहीं दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय का कहना है कि स्कूलों के लिए ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया, जिसके तहत छात्रों को कोविड-19 करवाना अनिवार्य हो. ऐसे में किसी भी स्कूल के सभी छात्रों को कोविड-19 टेस्ट अनिवार्य तौर पर करवाने की आवश्यकता नहीं है. शिक्षा निदेशालय के मुताबिक फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है, छात्रों एवं शिक्षकों की सुरक्षा संबंधी आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं.

यह भी पढ़ें- हनुमान-संजीवनी बूटी का जिक्र कर बोले पीएम मोदी, 'आत्मनिर्भर भारत' पहले से ही

नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में लग कोरोना संक्रमण के मामले एक दिन में 1000 के पार पहुंच गए. सक्रिय मरीजों की संख्या 2600 से अधिक हो गई है. दिल्ली में हर रोज तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के आंकड़े डराने लगे हैं. आज यानी बुधवार को ही दिल्ली सरकार ने मास्क अनिवार्य कर दिया है. अब दिल्ली में मास्क न पहनने पर दोबारा 500 रुपये का चालान काटने का आदेश दे दिया गया है.

दिल्ली में स्कूल खुले रहेंगे: स्कूलों को कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा. स्कूलों के लिए नई एसओपी भी बनाई जा रही है. एसओपी का कितना पालन हो रहा है इस पर नजर रखी जाएगी और नियमों का उल्लंघन होने पर जुमार्ने का प्रावधान किया जाएगा. यह निर्णय बुधवार को हुई दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की बैठक में लिया गया.

मास्क हुआ अनिवार्य: दिल्ली में फेस मास्क लगाना भी अनिवार्य कर दिया गया है. मास्क न लगाने पर 500 रुपए का जुर्माना किया जाएगा. डीडीएमए की इस बैठक की अध्यक्षता दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने की. बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल रहे. दिल्ली के उपराज्यपाल ने बताया कि विशेषज्ञों के परामर्श से स्कूलों के लिए कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए एसओपी निर्धारित की जानी चाहिए. स्कूल प्रबंधन द्वारा उनका सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए.

उपराज्यपाल ने क्या कहा: उपराज्यपाल ने कहा कि छात्रों के व्यापक हित में दिशानिर्देशों का सही से पालन किया जाना चाहिए. उपराज्यपाल के मुताबिक ऐसी स्थिति में जबकि स्कूलों के लिए बनाई गई एसओपी का गैर-अनुपालन हो या फिर एसओपी का उल्लंघन हो तो जुर्माना लगाया जाना चाहिए. उपराज्यपाल का कहना है कि छात्रों के हितों का ध्यान रखते हुए एक निवारक प्रभाव पैदा करने के लिए जुर्माना लगाया जाना चाहिए. उन्होंने सभी एजेंसियों को सतर्क रहने और स्थिति से निपटने के लिए समन्वय में काम करने की सलाह दी.

आपदा प्रबंधन की बैठक: दिल्ली के स्कूलों के संबंध में बुधवार को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया दिल्ली सरकार का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ऐसे कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या काफी कम है. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता पड़ी है. कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर नए निर्णय लेने के लिए ही दिल्ली आपदा प्रबंधन की बैठक बुलाई गई थी.

शिक्षा निदेशालय ने क्या कहा: वहीं दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय का कहना है कि स्कूलों के लिए ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया, जिसके तहत छात्रों को कोविड-19 करवाना अनिवार्य हो. ऐसे में किसी भी स्कूल के सभी छात्रों को कोविड-19 टेस्ट अनिवार्य तौर पर करवाने की आवश्यकता नहीं है. शिक्षा निदेशालय के मुताबिक फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है, छात्रों एवं शिक्षकों की सुरक्षा संबंधी आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं.

यह भी पढ़ें- हनुमान-संजीवनी बूटी का जिक्र कर बोले पीएम मोदी, 'आत्मनिर्भर भारत' पहले से ही

Last Updated : Apr 20, 2022, 9:17 PM IST
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