रेवाड़ी: 23 मई को यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 का रिजल्ट (UPSC CSE Result 2022) जारी किया था. जिसके बाद 44वें रैंक को लेकर तुषार नाम के दो युवकों के बीच विवाद चल रहा है. एक युवक हरियाणा के रेवाड़ी जिले का रहने वाला है और दूसरा बिहार के भागलपुर का रहने वाला है. इन दोनों का नाम तुषार है. दोनों का दावा कि 44वां रैंक उनका ही है. दोनों के एडमिट कार्ड पर रोल नंबर भी सेम है.
आमने-सामने हरियाणा और बिहार के युवक: एक तरफ बिहार के तुषार ने हरियाणा के तुषार पर धोखाधड़ी की FIR दर्ज करवाई है, तो दूसरी तरफ हरियाणा का तुषार पूरे मामले को क्लियर करने के लिए दिल्ली स्थित यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन मुख्यालय पहुंचा है. जिसके बाद से हरियाणा का तुषार लापता है. रेवाड़ी सती कॉलोनी निवासी तुषार के परिजनों ने बताया कि वो ये कहकर घर से गया था कि दिल्ली UPSC मुख्यालय जाकर मामले को क्लियर कर देगा.
लापता हुआ हरियाणा का तुषार: रेवाड़ी के तुषार के परिजनों के मुताबिक वो मुख्यालय पहुंचने से पहले उसने फोन पर बताया थी कि मुख्यालय जाने वाला है. इसके बाद से तुषार का फोन स्विच ऑफ आ रहा है. ऐसे में परिजनों को अनहोनी होने का डर सता रहा है. रेवाड़ी सती कॉलोनी में रहने वाले तुषार ने 12वीं तक पढ़ाई सरकारी स्कूल में की. इसके बाद केएलपी कॉलेज से उसने बीकॉम पास की. इस दौरान तुषार की मां और पिता का निधन हो गया.
हरियाणा के तुषार का दावा: हरियाणा के तुषार का दावा है कि उसने केएलपी कॉलेज से बीकॉम पास करने के बाद UPSC की तैयारी शुरू की थी. बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले तुषार कुमार ने दावा किया कि वो ही वो तुषार है, जिसने यूपीएससी में 44वां रैंक तीसरे प्रयास में पाया है. उसने कहा कि बिहार का युवक के दावा गलत है. इसी मामले में दूध का दूध और पानी का पानी करने की बात कहकर तुषार दिल्ली स्थित यूपीएससी कार्यालय गया था.
बिहार के तुषार का दावा: बिहार के तुषार कुमार ने हरियाणा के तुषार के दावे को गलत बताया. बिहार के तुषार का दावा है कि हरियाणा के तुषार का एडमिट कार्ड फर्जी है, उसे एडिट कर बनाया गया है. उसमें UPSC का Watermark भी नहीं है. इतना ही नहीं उसके Admit card पर ना आधार कार्ड नंबर है और ना ही उस पर लगे QR कोड को स्कैन करने पर कोई डिटेल आ रही है, जबकि उसके एडमिट कार्ड पर लगे QR कोड को स्कैन करने के बाद सारी डिटेल आ रही हैं.
बिहार के भागलपुर के तुषार का दावा है कि जब उसने फोन पर हरियाणा के तुषार से बात की, तो उसने हरियाणा के तुषार से कई ऐसे कागज मांगे जो परीक्षा के दौरान जमा कराने होते हैं. बिहार के तुषार ने कहा कि हरियाणा के तुषार ने उसे वो कागज दिखाने से मना कर दिया. जिसके बाद बिहार के तुषार ने भागलपुर के एसपी को इसकी शिकायत दी. बिहार के तुषार ने हरियाणा के तुषार पर कार्रवाई की मांग कर धोखाधड़ी की FIR दर्ज करवाई है. हालांकि अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि असली तुषार कौन है. जिसका यूपीएससी में 44वां रैंक आया है.