देहरादून : कांग्रेस (Congress) के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ (Gourav Vallabh) ने बुधवार को देहरादून (Dehradun) पहुंचे. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार (Central Government) पर जमकर हमला बोला. कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय पहुंचे गौरव वल्लभ ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार राष्ट्रीय संपत्तियों (Country Assets) की लूट में जुटी है और अपने व्यावसायिक मित्रों को देश की संपत्ति को बेचने का काम कर रही है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में हम दो हमारे दो, जो भी मिले उसे बेच दो की नीति पर काम किया जा रहा है.
उन्होंने कहा बीते 7 सालों में मोदी सरकार सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में विफल साबित हुई है. इतना ही नहीं पिछले 7 दशकों में करोड़ों भारतीयों की खून पसीने से बनाई गई देश की संपत्तियों को बेचा जा रहा है. देश संभालने और शासन चलाने में नाकाम होने के बाद भाजपा सरकार ने 6 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति को नीलाम करने का निर्णय लिया है.
आसमान, जमीन और पाताल सब कुछ बेच रही
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अपने 7 साल के कार्यकाल में देश में कोई संपत्ति खड़ी तो नहीं कर पाई, लेकिन पिछले 70 सालों में बनाई गई संपत्ति को बेचने और खत्म करने पर आमादा है. मोदी सरकार देश का आसमान, जमीन और पाताल सब कुछ बेच रही है. जिसमें 27,000 किलोमीटर का हाईवे, 6000 मेगा वाट का बिजली उत्पादन और 28,000 किलोमीटर लंबी ट्रांसमिशन लाइनें शामिल हैं.
इसके अलावा 8000 किलोमीटर लंबी गैस पाइपलाइन, 207 लाख मैट्रिक टन का अनाज भंडार, 2.86 लाख किलोमीटर लंबा टेलीकॉम फाइबर और 15,000 टेलीकॉम टावर के साथ ही 25 एयरपोर्ट, 9 पोर्ट, 761 माइनिंग ब्लॉक, 2 नेशनल स्टेडियम और रेलवे बेचा जा रहा है.
देश के लोगों ने अपने खून-पसीने से संपत्ति बनाई
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरभ वल्लभ ने कहा भाजपा नेता बार-बार यह कहते हैं कि बीते 70 सालों में देश के लिए कोई काम नहीं हुआ तो फिर यह संपत्ति आखिर कहां से खड़ी हो गई. जिनकी वह इतनी आसानी से सेल लगाकर बैठे हैं. स्वतंत्रता के बाद 67 सालों की कड़ी मेहनत और दूरदर्शिता के साथ कांग्रेस पार्टी और देश के लोगों ने अपने खून-पसीने से यह संपत्ति बनाई, लेकिन मोदी सरकार देश की संपत्तियों को बेचने में लगी हुई है.
गौरव वल्लभ ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार राष्ट्रीय संपत्तियों की लूट में जुटी हुई है. अपने व्यवसायी मित्रों को देश की संपत्ति को बेचने का काम कर रही है. बीते 3 सालों से भारत के प्रधानमंत्री 100 लाख करोड़ की बात कर रहे हैं और लाल किले पर हर साल भाषण देकर बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं, लेकिन सब कुछ पैक हो जाता है.
राष्ट्र के लिए खतरनाक
कांग्रेस प्रवक्ता का कहना कि पूरे देश की संपत्ति दो से तीन लोगों के हाथों में बेची जा रही. यह लोग कौन हैं, यह तीसरी कक्षा के विद्यार्थी को भी पता है. केंद्रीय प्रवक्ता का कहना है कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण संपत्ति को प्राइवेट हाथों में देना राष्ट्र के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
उन्होंने कहा कि PSU (Public Sector Undertaking) में आरक्षण को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार साजिश रच रही है. कांग्रेस देश की संपत्तियों को ऐसे नहीं बिकने देगी और देश की संपत्ति को पूंजीपति मित्रों के हाथों में बेचने का विरोध करती रहेगी. उनका विरोध सड़क से लेकर संसद तक जारी रहेगा.
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