नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि मैं खासतौर से RSS और BJP के लोगों को धन्यवाद करता हूं क्योंकि जितना वे आक्रमण करते हैं उतना हमें सुधार करने का मौका मिलता है. मैं चाहता हूं कि वे और जोर से करें जिससे कांग्रेस पार्टी को अपनी विचारधारा अच्छे से समझ आए. मैं उनको अपना गुरु मानता हूं कि वह मुझे रास्ता दिखा रहे हैं कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं और अच्छी ट्रेनिंग दे रहे हैं.
उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा में सभी नेताओं को आमंत्रित करते हुए कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं, हम किसी को अपने साथ जुड़ने से नहीं रोकेंगे. अखिलेश जी, मायावती जी और सभी विपक्षी दल चाहते हैं 'मोहब्बत का हिंदुस्तान' और हमारे बीच विचारधारा की एकता है.
-
#WATCH | Why is there so much disturbance because of the T-shirt? I do not wear a sweater because I am not scared of winter. I am thinking to wear a sweater once I start feeling cold: Congress MP Rahul Gandhi pic.twitter.com/Jky5DKPpKG
— ANI (@ANI) December 31, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">#WATCH | Why is there so much disturbance because of the T-shirt? I do not wear a sweater because I am not scared of winter. I am thinking to wear a sweater once I start feeling cold: Congress MP Rahul Gandhi pic.twitter.com/Jky5DKPpKG
— ANI (@ANI) December 31, 2022#WATCH | Why is there so much disturbance because of the T-shirt? I do not wear a sweater because I am not scared of winter. I am thinking to wear a sweater once I start feeling cold: Congress MP Rahul Gandhi pic.twitter.com/Jky5DKPpKG
— ANI (@ANI) December 31, 2022
राहुल गांधी ने कहा कि उनकी भारत जोड़ो यात्रा सफल रही है और उनका लक्ष्य देश को एक नया दृष्टिकोण देने का है. राहुल ने यह भी दावा किया कि अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए जीत बहुत मुश्किल होगी और जमीन पर भाजपा के खिलाफ बड़े पैमाने पर 'सत्ता विरोधी माहौल' है.
दिल्ली में संवाददाताओं से मुखातिब राहुल ने कहा, 'मुझे जमीन से जो जानकारी मिल रही है, उससे पता चलता है भाजपा के लिए अगले चुनाव में जीतना मुश्किल होगा. बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी माहौल है.' यात्रा की सुरक्षा में चूक से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा नेता और उनकी (राहुल की) सुरक्षा से जुड़े विषय पर सरकार का अलग-अलग मापदंड हैं. राहुल ने कहा, 'मेरा लक्ष्य देश को वैकल्पिक दृष्टिकोण देने का है.' उन्होंने आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी सरकार की भ्रम वाली विदेश नीति है.
चीन के मामले को सरकार संभाल नहीं सकी, चीन-पाकिस्तान का एक होना खतरनाक : राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर चीन के मामले को संभालने में पूरी तरह विफल रहने और असमंजस की स्थिति में होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार की नीतियों के चलते चीन एवं पाकिस्तान एक हो गए हैं, जो खतरनाक बात है. उन्होंने यह दावा भी किया कि डोकलाम एवं तवांग में जो हुआ है, वो किसी बड़ी तैयारी का हिस्सा है. राहुल गांधी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार को सेना, वायुसेना और नौसेना के पीछे नहीं छिपना चाहिए तथा पूरी स्थिति के बारे में देश को अवगत कराना चाहिए तथा अगर वह ऐसा करती है, तो कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल उसकी मदद करेंगे.
उन्होंने चीन से जुड़े सवाल पर कहा, मैं शहीद के परिवार से हूं. मेरी दादी (इंदिरा गांधी) शहीद हुईं, मेरे पिता (राजीव गांधी) शहीद हुए. जब कोई जवान शहीद होता है, तो उसके परिवार को क्या महसूस होता है, मैं समझता हूं. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के लोग इसे नहीं समझते. यह अच्छी या खराब बात नहीं है, लेकिन वास्तविकता है. राहुल ने कहा, मैं चाहता हूं कि हमारा एक भी जवान शहीद नहीं हो. मैं नहीं चाहता कि हम सेना को राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करें और इसका नुकसान हमारे जवानों और उनके परिवारों को हो. मैं यह नहीं करना चाहता.
उन्होंने कहा, आप लोग (मीडिया) मेरी टी-शर्ट की बात करते हैं, लेकिन मैं जानता हूं कि जो जवान सियाचिन और दूसरे स्थानों पर तैनात हैं, उन्हें किस मुश्किल का सामना करना पड़ता है. मैं हर जवान से प्यार करता हूं. मैं चाहता हूं कि उन्हें चोट नहीं लगे. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया, जब राष्ट्रीय स्तर का नेतृत्व रणनीतिक रूप से काम नहीं करता है, तो अंतरराष्ट्रीय संबंधों और भू-राजनीति में तुरंत प्रतिक्रिया आती है. हमारी सरकार ने चीन के मामले को पूरी तरह से 'मिस्हैंडल’ (संभालने में विफल) किया है.'
उन्होंने कहा, हमारी विदेश नीति का लक्ष्य था कि चीन और पाकिस्तान को कभी एक नहीं होने देना है. यह हमारा मुख्य लक्ष्य था. यह हमने संप्रग-2 तक सफलतापूर्वक किया, लेकिन आज पाकिस्तान और चीन एक हो गए हैं. यह खतरनाक बात है. राहुल गांधी ने दावा किया कि चीन और पाकिस्तान एक हुए, क्योंकि मौजूदा सरकार चीजों को संभालने में विफल रही. उनका कहना था, सरकार को सेना, वायुसेना और नौसेना की बात सुननी है. इसका मतलब है कि सेना का राजनीतिक इस्तेमाल बंद करना होगा. आपको सावधानी से कदम उठाने हैं. जो सीमा पर हो रहा है, उसे छिपाइए मत.
कांग्रेस नेता ने कहा, चीन ने 2000 वर्ग किलोमीटर जमीन ले ली, लेकिन प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई अंदर नहीं आया. अगर मैं आपके घर में घुस जाऊं और फिर आप कहें कि कोई अंदर नहीं आया, तो मुझे संदेश मिलेगा? वही चीन के साथ हुआ है. उन्होंने दावा किया, सरकार असमंजस की स्थिति में है. यह असमंजस खत्म होना चाहिए. बोलना चाहिए कि तुम (चीन) अंदर आए हो, यहां से निकलो. राहुल गांधी ने कहा, जब मैं सरकार की बात करता हूं, तो सरकार के लोग कहते हैं कि मैं सेना की बात कर रहा हूं, जबकि ऐसा नहीं है. सरकार ने गलत निर्णय लिए हैं. सरकार को सेना, वायुसेना और नौसेना के पीछे नहीं छुपना चाहिए. यह कायरता है.
उन्होंने यह भी कहा, सरकार को बताना चाहिए कि यह हुआ और हमने किया. कांग्रेस और पूरा विपक्ष सरकार का साथ देगा.
(एक्सट्रा इनपुट भाषा)