नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम इंटरपोल के 'रेड नोटिस' लिस्ट से हटाए जाने को लेकर मंगलवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का इस्तेमाल होता है, लेकिन मोदीजी के मेहुल चोकसी को इंटरपोल से रिहाई दिलवाई जा रही है. खड़गे ने कहा, "अगर वह अपने प्रिय मित्र के लिए संसद को पंगु बना सकते हैं, तो वह एक पुराने दोस्त को मदद से कैसे मना कर सकते हैं, जिसकी उन्होंने पांच साल पहले देश से भागने में मदद की थी."
खड़गे ने शायराना अंदाज में ट्वीट कर भाजपा पर तीखा हमला किया. उन्होंने ट्वीट किया, "विपक्षी नेताओं के लिए ईडी-सीबीआई, पर (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी के "हमारे मेहुल भाई" के लिए इंटरपोल से रिहाई! जब "परम मित्र" के लिए कर सकते हैं संसद ठप्प, तो "पुराना मित्र" जिसको किया था 5 साल पहले फरार, भला उसकी मदद से कैसे करें इंकार? डूबे देश के हज़ारों-करोड़, "न खाने दूंगा" बना जुमला बेजोड़!"
गौरतलब है कि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ 11,356.84 करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी मामले में आरोपी मेहुल चोकसी को इंटरपोल ने अपनी 'रेड' नोटिस सूची से हटा दिया है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. चोकसी को दिसंबर 2018 में रेड कॉर्नर नोटिस सूची में जोड़ा गया था. सूत्रों के अनुसार, भारत सरकार के अधिकारियों ने इंटरपोल के कदम पर आपत्ति जताई लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. यह केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लिए एक झटका है, जो उसके निर्वासन की प्रतीक्षा कर रहे थे. हालांकि मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने कहा कि इससे चोकसी के एंटीगुआ से प्रत्यर्पण पर कोई असर नहीं पड़ेगा. चोकसी इस समय कैरेबियाई द्वीप राष्ट्र में है और भारतीय अधिकारियों ने एंटीगुआ के अधिकारियों से उसे प्रत्यर्पित करने के लिए कहा है, ताकि उस पर मुकदमा चलाया जा सके.
(पीटीआई-भाषा)