नई दिल्ली: राज्यसभा के सदस्य कपिल सिब्बल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन में दंगे नहीं होने संबंधी बयान पर सोमवार को तंज कसते हुए इसे 'एक और जुमला' करार दिया. इसके साथ ही सिब्बल ने केंद्र और कुछ राज्यों में भाजपा सरकार के शासनकाल में सांप्रदायिक हिंसा की कई घटनाओं का जिक्र किया.
अमित शाह ने रविवार को बिहार के नवादा जिले के हिसुआ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि 2025 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के सत्ता में आते ही सभी दंगाइयों को 'उल्टा लटका कर सीधा किया जाएगा.' शाह ने कहा, 'हमारे शासन में दंगे नहीं होते हैं.' इस पर सिब्बल ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, 'अमित शाह: हमारे शासन में दंगे नहीं होते हैं. एक और जुमला.' पूर्व केंद्रीय मंत्री सिब्बल ने कहा, '2014-2020 के बीच (एनसीआरबी आंकड़े) सांप्रदायिक दंगों के 5415 मामलों की खबर. सिर्फ 2019 में ही 25 सांप्रदायिक दंगे - उत्तर प्रदेश (9), महाराष्ट्र (4), मध्य प्रदेश (2).
सांप्रदायिक हिंसा: हरियाणा (2021) सबसे अधिक मामले... गजरात, मध्यप्रदेश भी.' सिब्बल ने पश्चिम बंगाल और बिहार में सांप्रदायिक हिंसा को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘‘चुप्पी’’ को लेकर सवाल उठाया. संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग)-1 और 2 सरकारों के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे सिब्बल ने पिछले साल मई में कांग्रेस छोड़ दी थी और समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से निर्दलीय सदस्य के तौर पर राज्यसभा के लिए चुने गए थे. अन्याय से लड़ने के उद्देश्य से उन्होंने हाल में गैर-चुनावी मंच 'इंसाफ' का गठन किया है.
(पीटीआई-भाषा)