नई दिल्ली : एलपीजी मूल्य वृद्धि के खिलाफ विरोध जताते हुए कांग्रेस की एक प्रवक्ता ने एक खाली सिलेंडर पर बैठकर संवाददाता सम्मेलन किया और पार्टी ने मोदी सरकार पर जनविरोधी’ होने के आरोप लगाए.
हर श्रेणी के रसोई गैस के मूल्य में 25 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी करने पर कांग्रेस ने सरकार पर प्रहार किया है. सब्सिडी वाले गैस तथा उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के गैस मूल्यों में भी बढ़ोतरी की गई है.
सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि घरेलू गैस की कीमतों में पिछले तीन महीने में 200 रुपये की बढ़ोतरी हुई है और पेट्रोल तथा डीजल के मूल्य आसमान छू रहे हैं.
प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट में कहा कि मोदी सरकार की पिच आम आदमी के लिए उच्च मूल्यों से भरा हुआ है जबकि सरकार दोनों छोर से अपने अरबपति दोस्तों के लिए बैटिंग कर रही है.
बाद में एलपीजी मूल्य वृद्धि पर पार्टी के संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और पार्टी के सचिव (संचार) विनीत पुनिया सरकार के कदम के खिलाफ खाली सिलेंडर पर बैठे. माइक भी गैस सिलेंडर पर रखा हुआ था.
श्रीनेत ने कहा कि सिलेंडर का अब यही इस्तेमाल है क्योंकि इन्हें भराना अब बहुत महंगा हो गया है.
सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी स्टेडियम का नाम अपने नाम पर कराना पसंद करते हैं लेकिन केवल पेट्रोल के मूल्यों में शतक बना पाए हैं जिसकी कीमत प्रति लीटर 100 रुपये से ज्यादा हो गई है,
श्रीनेत ने कहा कि आप (सरकार) जनविरोधी क्यों हो गए. आप कीमतें क्यों बढ़ा रहे हैं. आप बढ़े हुए उत्पाद शुल्क क्यों नहीं कम कर रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार न केवल मूल्यों में बढ़ोतरी करती है बल्कि सरासर झूठ भी बोलती है.
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मूल्यों में बढ़ोतरी के लिए कांग्रेस नीत संप्रग सरकार पर कच्चे तेल के आयात को लेकर आरोप लगाते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि हमारे समय में कच्चे तेल का आयात 83 फीसदी से बढ़कर ‘उनके कार्यकाल में 88 फीसदी हो गया है.
श्रीनेत ने कहा कि सरकार एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी को लेकर भी झूठ बोलती है. सच्चाई यह है कि इस सरकार ने बाजार भाव और नियंत्रित भाव एक जैसा कर दिया है. बाजार भाव और नियंत्रित भाव का अंतर ही सब्सिडी होता है. इस तरह से अगर आप 794 रुपये बाजार भाव पर भुगतान कर रहे हैं और नियंत्रित भाव 500 रुपये है तो आपको 294 रुपये की सब्सिडी मिलती है.
उन्होंने कहा कि लेकिन इस सरकार में बाजार मूल्य और नियंत्रित मूल्य एक जैसे हो गए हैं और सब्सिडी खत्म हो गई है,क्योंकि मूल्यों में लगातार बढ़ोतरी की गई। दिसंबर से अभी तक मूल्यों में 200 रुपये की बढ़ोतरी हुई है.
उन्होंने कहा कि सरकार आम आदमी को पेट्रोल, डीजल या गैस के बोझ तले दबाना चाहती है.