कन्याकुमारी (तमिलनाडु) : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधते हुए कहा कि ये संगठन भारत की संस्थाओं पर आक्रमण कर रहे हैं. उन्होंने कन्याकुमारी के तट पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह दावा भी किया कि देश बड़े आर्थिक संकट से घिरा है और त्रासदी की तरफ बढ़ रहा है.
आज शाम 'भारत जोड़ो' (Bharat Jodo Yatra) यात्रा की औपचारिक शुरुआत हुई. राहुल गांधी और 118 अन्य 'भारत यात्री' बृहस्पतिवार को विधिवत पैदल मार्च की शुरुआत करेंगे. इस मौके पर राहुल ने कहा, 'ऐसा क्यों है कि आजादी के इतनो वर्षों बाद भारत जोड़ो यात्रा की जरूरत को महसूस किया गया. आज करोड़ों लोग महसूस करते है कि भारत को एकजुट करने के लिए कदम उठाने की जरूरत है.' राहुल ने तिरंगे का उल्लेख करते हुए कहा, 'यह तिरंगा कोई उपहार नहीं है, बल्कि भारत की जनता ने हासिल किया है. यह तिरंगा हर भारतीय, हर धर्म के लोगों, हर व्यक्ति की भाषा और हर राज्य का प्रतिनिधित्व करता है.' उन्होंने कहा कि यह ध्वज हर समुदाय, हर वर्ग और हर धर्म का है.
राहुल गांधी ने कहा, 'इस ध्वज के साथ एक-एक भारतीय की पहचान जुड़ी है. यह ध्वज हर व्यक्ति को सुरक्षा, जीवन जीने के अधिकार और आस्था के अधिकार की गारंटी देता है.' उन्होंने आरोप लगाया, 'आज भाजपा और आरएसएस हर संस्था पर आक्रमण कर रहे हैं. उनका मानना है कि वे अकेले इस देश और प्रदेशों के भविष्य को संभाल सकते है. वे सोचते है कि वो ईडी और सीबीआई से विपक्ष को दबा सकते हैं.' राहुल ने कहा कि विपक्ष के नेता डरने वाले नहीं है.
उन्होंने भाजपा की सोच को देश के लिए विभाजनकारी करार दिया लेकिन कहा कि यह देश नही बंटेगा और एकजुट रहेगा. उन्होंने दावा किया कि भारत बहुत बड़े आर्थिक संकट से घिरा है और त्रासदी की तरफ बढ़ रहा है. राहुल गांधी 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू करने से पहले श्रीपेरंबदूर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के स्मारक पर एक प्रार्थना सभा में शामिल हुए. यहीं पर तीन दशक पहले एक आतंकवादी हमले में राजीव गांधी की मृत्यु हो गई थी.
पिता के स्मारक पर आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल होने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कन्याकुमारी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया जहां तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने उन्हें राष्ट्र ध्वज सौंपा. यात्रा की शुरुआत से पहले राहुल गांधी कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल, तिरुवल्लुवर स्टैच्यू और कामराज मेमोरियल भी जाएंगे. पदयात्रा 11 सितंबर को केरल पहुंचेगी और अगले 18 दिनों तक राज्य से होते हुए 30 सितंबर को कर्नाटक पहुंचेगी. यात्रा कर्नाटक में 21 दिनों तक रहेगी और उसके बाद उत्तर की तरफ अन्य राज्यों में जाएगी.
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