नई दिल्ली: कांग्रेस के सीनियर लीडर सलमान खुर्शीद के बाद अब राशिद अल्वी ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने जय श्री राम का नारा लगाने वालों की तुलना रामायण के कालनेमि राक्षस से की है. उन्होंने कहा कि रामराज्य और जय श्री राम का नारा लगाने वाले मुनि नहीं, बल्कि रामायण काल के कालनेमि राक्षस हैं. वहीं, भारतीय जनता पार्टी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इसको लेकर पलटवार किया है.
अमित मालवीय ने राशिद अल्वी के बयान का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, सलमान खुर्शीद के बाद अब कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी जय श्री राम कहने वालों को निशाचर (राक्षस) बता रहे हैं. राम भक्तों के प्रति कांग्रेस के विचारों में कितना जहर घुला हुआ है.
बता दें, उत्तर प्रदेश के जनपद संभल में आयोजित एक कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, हम भी चाहते हैं इस देश में रामराज्य होना चाहिए, लेकिन जिस राज्य में बकरी और शेर एक घाट पर पानी पीते हो वहां नफरत कैसे हो सकती है. राशिद अल्वी ने बीजेपी की तरफ इशारा करते हुए कहा, कि इस देश में जय श्री राम का नारा लगाकर लोगों को जो लोग गुमराह करते हैं, ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए. राशिद अल्वी ने रामायण के एक प्रसंग का जिक्र करते हुए कहा, 'जब हनुमानजी संजीवनी बूटी लेने के लिए हिमालय जा रहे थे, तब एक राक्षस संत की वेष में जयश्रीराम-जयश्रीराम कह रहा था.
राशिद अल्वी ने कहा, जयश्रीराम सुनकर हनुमानजी रूके, तब उस राक्षस ने कहा कि जयश्रीराम बिना नहाए नहीं कहा जा सकता, हालांकि अभी कई लोग बिना नहाए ही जयश्रीराम बोलते हैं, खैर फिर हनुमानजी नहाने गए, जहां एक श्रापित मगरमच्छ ने उन्हें पकड़ लिया, मगरमच्छ को मुक्ति मिली और उसने संत का वेष बनाए राक्षस के बारे में सच्चाई बताई.
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, आज भी कई लोग जयश्रीराम का नारा लगाते हैं, वह मुनि नहीं हैं, निशिचर (राक्षस) हैं, इसलिए होशियार रहने की जरुरत है.' कांग्रेस नेता राशिद अल्वी का सिर्फ यह बयान ट्विटर पर खूब वायरल हो रहा है. इसके बाद राशिद अल्वी ने सफाई दी है.
राशिद अल्वी ने दी सफाई
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, मेरे भाषण के दौरान वहां सैकड़ों साधु-संत बैठे थे, मैंने हरगिज ये नहीं की कहा कि जयश्रीराम बोलने वाला हर आदमी राक्षस होता है, मैंने कहा कि जयश्रीराम बोलने वाला हर आदमी मुनि नहीं होता है, श्रीराम एक आस्था का नाम है, उन पर राजनीति नहीं की जा सकती. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, मैंने यह भी कहा कि देश में सही मायने में राम राज्य आना चाहिए, जहां पर नफरत का नामी निशना ना हो, भाजपा की आदत है कि एक एक शब्द निकल कर उसका अनुचित प्रयोग किया जाए.
सलमान खुर्शीद ने भी दिया था विवादित बयान
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने किताब 'सनराइज ओवर अयोध्या' का विमोचन कर एक नया सियासी विवाद खड़ा कर दिया है. किताब में अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सही ठहराया गया है, मगर हिंदुत्ववादियों की तुलना आईएसआईएस और बोको हराम जैसे आतंकी संगठनों के 'जिहादी इस्लाम वाली सोच' से की गई है. इस किताब के विमोचन के मौके पर बुधवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम भी मौजूद रहे.
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पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में लिखा है कि 'आज के हिंदुत्व का राजनीतिक रूप, एक तरह से साधु-संतों के सनातन और प्राचीन हिंदू धर्म को किनारे लगा रहा है, जो निश्चित तौर पर आईएसआईएस और बोको हरम जैसे जिहादी इस्लामी संगठनों जैसा ही प्रतीत होता है.' हालांकि इस किताब में उन्होंने अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की तारीफ की.