बेंगलुरु : कर्नाटक के पूर्व मंत्री रमेश जरकीहोली से संबंधित कथित सीडी कांड की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठाए गए हैं.
कथित तौर पर वीडियो में नजर आने वाली महिला ने जांच पर संदेह जाहिर किया है और अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की है.
जरकीहोली ने भी दावा किया कि इस कथित सीडी कांड के पीछे कौन है यह दिखाने के लिए उनके पास चौंकाने वाला वीडियो है जिसे वह सही समय पर जारी करेंगे. वहीं इस मामले में महिला के वकील की ओर से दायर एक शिकायत पर पुलिस ने जरकीहोली के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है.
जरकीहोली ने कहा- मेरे खिलाफ साजिश
जरकीहोली ने कहा कि दस और वीडियो जारी होने पर मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. युवती शिकायत दर्ज कराना चाहती थी तो क्या कर रही थी ?
उन्होंने कहा कि वकील के माध्यम से उसकी शिकायत करे. हमारे पास भी वकील हैं, मैं अब उनसे मिलने जा रहा हूं. यह मेरे खिलाफ साजिश है. वह उस दिन ही शिकायत दर्ज करा सकती थी.
दूसरी तरफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 506, 354 (ए) , 376 सी और 504, 417 के तहत रेप केस और 67 (ए) के तहत आईटी एक्ट के तहत पूर्व मंत्री रमेश जरकीहोली के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
महिला ने गुरुवार को एक वीडियो बयान जारी किया. उसने परिवार द्वारा दर्ज कराई गई गुमशुदगी की रिपोर्ट के संदर्भ में कहा, 'मैं 100 प्रतिशत जानती हूं कि मेरे माता-पिता ने इच्छा से यह शिकायत दर्ज नहीं कराई होगी क्योंकि वे जानते हैं कि उनकी बेटी ने कोई गलती नहीं की है. इसलिए उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है.'
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माता-पिता की सुरक्षा को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए महिला ने कहा, 'एक बार मुझे जब अपने माता-पिता की सुरक्षा के बारे में पता चल जाएगा तो मैं एसआईटी के सामने आऊंगी और मुझे जो भी बयान देना होगा दूंगी और अगला कदम उठाउंगी.'
उसने नेता प्रतिपक्ष सिद्धारमैया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार, कांग्रेस के विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार और महिला संगठनों से भी उसके माता-पिता को सुरक्षा मुहैया कराने का अनुरोध किया है.
उसने कहा, '…मुझे कहीं न कहीं न्याय मिलने की उम्मीद है.' महिला ने कहा कि उसने 12 मार्च को आयुक्त कार्यालय/एसआईटी में एक वीडियो भेजा था लेकिन 'जरकीहोली द्वारा 13 मार्च को शिकायत दर्ज कराने के बाद 30 मिनट के अंदर ही यह वीडियो सार्वजनिक कर दिया गया. मुझे समझ नहीं आ रहा कि एसआईटी किसकी तरफ है. मुझे नहीं पता कि वे किसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं.'
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महिला के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश के गृह मंत्री बसावराज बोम्मई ने कहा कि एसआईटी निष्पक्ष जांच कर रही है और उसे तथा उसके माता-पिता को सुरक्षा देने के लिए तैयार है.