नई दिल्ली : देशभर में कोयले की कमी की आपूर्ति पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'हम केंद्र के साथ मिलकर पूरी कोशिश कर रहे हैं. हम नहीं चाहते किसी भी तरह की आपात स्थिति पैदा हो. इस समय पूरे देश में स्थिति काफी नाज़ुक है. कई मुख्यमंत्री इस बारे में केंद्र सरकार को पत्र लिख चुके हैं.'
वहीं आज दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सतेंद्र जैन (delhi energy minister satyendar jain) ने बताया है कि दिल्ली को NTPC से मिलने वाली कुल बिजली पहले की तुलना में आधी भी नहीं मिल रही है. दिल्ली की डिमांड अभी कम है, लेकिन ये बिजली की समस्या है.
जैन ने कहा कि कोयले का स्टॉक कम से कम 15 दिन का होना चाहिए. हालांकि, ज़्यादातर प्लांट में 1 से दो दिन का स्टॉक बचा है. NTPC अपने प्लांट 50-55 फीसदी क्षमता पर चला रहा है. बिजली की समस्या है. इसे मानना चाहिए. उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस वक़्त कम डिमांड है जो कि 4500 MW है. ये पीक से 60 फीसदी डिमांड रह गयी है.
NTPC ने कटौती करके आधी कर दी है. अभी तक दिल्ली में पूरी सप्लाई हो रही है, लेकिन गैस से बिजली लेनी पड़ रही है. जो महंगी है. जैन ने कहा कि गैस प्लांट तभी चलाये जाते हैं, जब बिजली की किल्लत होती है. दिल्ली में 1900 MW उत्पादन की क्षमता है. NTPC से 4000 MW मिलती थी. आज की तारीख में आधी भी नहीं मिल पा रही.
उन्होंने कहा कि नुकसान का आकलन DERC करेगा, लेकिन मौजूदा समय में दिल्ली में हम 17-20 रुपये बिजली खरीद रहे हैं और 7 रुपये दे रहे हैं. समस्या का समाधान जल्द नहीं हुआ तो दिल्ली को जूझना पड़ सकता है.
पढ़ेंः दिल्ली में बिजली संकट को लेकर केजरीवाल ने लिखी पीएम मोदी को चिट्ठी