रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने आरएसएस को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने आरएसएस की तुलना नक्सलियों से की है. राज्यपाल के कवर्धा मामले पर लिखे पत्र का जवाब देते हुए सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जैसे नक्सलियों का नेता आंध्र प्रदेश में हैं और आंध्र प्रदेश से ही इनका मूमेंट संचालित होता है. वैसे ही छत्तीसगढ़ में आरएसएस के पास अपनी कोई क्षमता नहीं है, जो चलता है नागपुर से चलता है. हम लोग किसी भी घटना को हल्के में नहीं लेने वाले हैं, ये लोग छोटी घटना को बड़ा बनाना चाहते हैं.
वहीं वीर सावरकर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए सीएम बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने कहा है 'लो भला यह नई बात आ गई', मुझे एक बात बताओ महात्मा गांधी (Mahatma gandhi) वर्धा (Wardha) में थे और वे सेल्यूलर जेल (Cellular Jail) में थे. उनसे उनकी मुलाकात कब हो गई. सावरकर (Sawarkar) माफी मांगने के बाद जीवन भर अंग्रेजों के साथ रहे. फूट डालो और शासन करो का एजेंडा अंग्रेजों का था, सावरकर ने ही सबसे पहले दो भारत की बात कही थी.
बता दें कि हाल ही में राजनाथ सिंह ने एक बयान में कहा था कि सावरकर ने अंग्रेजों से माफी महात्मा गांधी के कहने पर मांगी थी. अब इस बयान पर विपक्ष पूरी तरह से हमलावर नजर आ रहा है.
सीएम भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के छत्तीसगढ़ दौरे पर तंज कसा है. सीएम बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार ने कहा है कि कोयले का कोई संकट नहीं, जबकि दर्जनों पावर प्लांट विभिन्न राज्यों में बंद पड़े हैं. कोयले की कमी यदि नहीं है तो कोयला मंत्री आज छत्तीसगढ़ क्यों आ रहे हैं. कोयला मंत्री छत्तीसगढ़ आ रहे हैं, इसका मतलब यह है कि भारत सरकार को स्वीकार करना चाहिए कि कोयले और बिजली की कमी है.
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