नई दिल्ली: राजधानी में दिल्ली सरकार और नौकरशाही के बीच टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से मुख्य सचिव को बदलने की मांग की है. मुख्यमंत्री ने केंद्र से मौजूदा मुख्य सचिव नरेश कुमार को हटाकर उनकी जगह वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पीके गुप्ता को नया मुख्य सचिव नियुक्त किये जाने की स्वीकृति मांगी है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरफ से गुरुवार को नरेश कुमार की जगह पीके गुप्ता को मुख्य सचिव बनाने का प्रस्ताव भेज दिया गया है. पीके गुप्ता 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और अभी दिल्ली सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग में सहायक मुख्य सचिव के तौर पर जिम्मेदारी निभा रहे हैं. बता दें सुप्रीम कोर्ट ने एक सप्ताह पहले सर्विसेस (अधिकारियों की ट्रांसफर/पोस्टिंग) को लेकर दिल्ली सरकार के पक्ष में फैसला दिया था. फैसले के बाद से ही सरकार की तरफ से अधिकारियों को नियंत्रित करने के नाम पर उनके तबादले की कार्रवाई शुरू हो चुकी है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले वाले ही दिन दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आदेश जारी कर सेवा विभाग के सचिव आशीष मोरे को हटाने का आदेश जारी कर दिया, लेकिन आशीष मोरे इसे मानने से इन्कार कर दिया. इसके बाद बुधवार को सिविल सेवा बोर्ड की बैठक में उनके तबादले को लेकर प्रस्ताव पास किया गया. उसे स्वीकृति के लिए उपराज्यपाल के पास भेज दिया गया है. अभी उपराज्यपाल कार्यालय से इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुख्य सचिव नरेश कुमार को हटाने की तैयारी में जुट गए हैं.
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बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली सरकार ने सर्विसेज को लेकर मंगलवार शाम सिविल सेवा बोर्ड की बैठक बुलाई, लेकिन मुख्य सचिव नरेश कुमार इस बैठक में उपस्थित नहीं हुए. दिल्ली सरकार के सेवा विभाग के मंत्री सौरभ भारद्वाज रात साढ़े नौ बजे तक दिल्ली सचिवालय में बैठक शुरू होने का इंतजार करते रहे, लेकिन मुख्य सचिव की व्यस्तता और उनके उपस्थित नहीं होने के चलते यह बैठक नहीं हो सकी. इसके बाद से ही मुख्य सचिव और सरकार के बीच टकराव की स्थिति बन गई है.