श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के डोडा और बारामूला जिलों में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं. अधिकारियों ने बताया कि डोडा जिले के कहारा तहसील के तांता इलाके में बुधवार को बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में एक स्कूल की इमारत समेत 13 ढांचे बह गए और कम से कम 20 अन्य ढांचे आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. स्थानीय प्रशासन राहत बचाव कार्य में जुट गया है. उपायुक्त विकास शर्मा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अब्दुल कयूम और ठाठरी के उप मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) अतहर अमीन जरगर समेत जिले के शीर्ष अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.
एसडीएम जरगर ने कहा कि कहारा तहसील के तांता इलाके में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में अल्लामा इकबाल मेमोरियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, एक मकान, आठ घराट (छोटी मिल) और तीन दुकानें बह गईं. उन्होंने बताया कि भदरवाह विकास प्राधिकरण का कहारा पर्यटन स्वागत केंद्र बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. 20 से ज्यादा ढांचों को नुकसान पहुंचा है लेकिन जन हानि या किसी के गंभीर रूप से जख्मी होने की सूचना नहीं है.
उपायुक्त शर्मा ने कहा, हम नुकसान का आकलन कर रहे हैं और नियमों के तहत राहत मुहैया कराई जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि त्वारित राहत के तहत रेड क्रॉस संगठन की ओर से कुछ जरूरी सामान मुहैया कराया जाएगा.
इसी तरह बारामूला जिले के ऊपरी बेल्ट रफियाबाद क्षेत्र में बादल फटने से हमाम मरकूट और आसपास के इलाकों में फसलों, पेड़ों को भारी नुकसान पहुंचा है. हालांकि, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. यहां भी स्थानीय प्रशासन राहत बचाव कार्य में जुट गया है.
इस बीच, जिला प्रशासन ने खराब मौसम के मद्देनजर एक परामर्श जारी किया है. इसमें कहा गया है कि लोग सतर्क रहें और चेनाब नदी से दूर रहे क्योंकि नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण चेनाब और उसकी सहायक नदियों मे बाढ़ आने की आशंका है.