हैदराबाद : उच्चत्तम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एनवी रमना (CJI nv ramana) ने रविवार को तेलंगाना के वारंगल जिले के दो मंदिरों में पूजा अर्चना की. प्राप्त जानकारी के अनुसार न्यायमूर्ति रमन्ना और उनकी पत्नी ने भद्रकाली मंदिर में दर्शन किए और विभिन्न अनुष्ठानों में हिस्सा लिया. इस मौके पर उनके साथ तेलंगाना के मुख्य न्यायाधीश सतीश चन्द्र शर्मा और उनकी पत्नी भी थीं.
मंदिर के पुजारी ने उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया और बाद में प्रसादम तथा स्मृति चिन्ह प्रदान किया. उन्होंने हानामकोंडा में ऐतिहासिक हजार स्तंभ मंदिर के भी दर्शन किए और वहां पूजा अर्चना कर मंदिर परिसर की परिक्रमा की.
इससे पहले न्यायमूर्ति रमन्ना ने शनिवार को मुलुगु के समीप पालामपेट गांव में स्थित रामप्पा मंदिर के दर्शन किए थे और वहां विशेष पूजा में हिस्सा लिया था. इस मंदिर को हाल ही में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया है. इस दौरान पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें मंदिर से जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों की भी जानकारी दी और उन्होंने मंदिर की मूर्तियों की सराहना की.
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न्यायमूर्ति रमन्ना ने कहा कि यह न केवल तेलुगू लोगों बल्कि पूरे देशवासियों के लिए गौरव का विषय है कि 800 वर्ष पहले बनाए गए रामप्पा मंदिर को यूनेस्को ने विश्व की विरासत संरचनाओं में से एक का दर्जा दिया है.
उन्होंने कहा कि रामप्पा मंदिर अभी भी मंदिरों के बीच वास्तुकला का एक अद्वितीय नमूना है और इसे महान शिल्पकार रामप्पा ने काकतीय प्रमुख रिचिरला रूद्र देव के नेतृत्व में तैरती ईंटों और डोलीराइट पत्थर से बनाया था जो अभी भी एक चमकते सितारे जैसा है.
उन्होंने कहा कि हालांकि यह मंदिर रूद्रेश्वरा स्वामी और रामलिंगेश्वर स्वामी का स्थान है लेकिन यह रामप्पा के नाम से मशहूर हो गया है क्योंकि उन्होंने बहुत ही कुशलता के साथ इसका निर्माण किया था.
(आईएएनएस)