नई दिल्ली: कांग्रेस नेता अजय माकन का कहना है कि उदयपुर में हुए चिंतन शिविर में कांग्रेस अध्यक्ष के बारे में चर्चा नहीं होनी थी और हुई भी नहीं. शिविर में जिन मुद्दों पर चर्चा की गई वे उन छह समूहों पर आधारित थे, जिन्हें इस उद्देश्य के लिए बनाया गया था. राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने के लिए कोई पैनल नहीं था. कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने कहा कि शिविर में नेतृत्व के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई और इस मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका.
13-15 मई तक शिविर के दौरान ऐसी अटकलें थीं कि कई नेता चाहते हैं कि राहुल गांधी फिर से पार्टी का शीर्ष पद संभालें. जबकि कुछ ने सुझाव दिया था कि अगर राहुल प्रस्ताव के लिए तैयार नहीं हैं तो प्रियंका गांधी को कदम उठाना चाहिए. माकन ने कहा कि आंतरिक चुनावों की प्रक्रिया जारी है और पार्टी के नए अध्यक्ष पद के लिए चुनाव अगस्त-सितंबर में होंगे.
माकन के अनुसार सबसे पुरानी पार्टी में वादा किए गए बदलाव की प्रक्रिया को लागू करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है. आने वाले दिनों में दूरगामी निर्णय लिए जाएंगे. माकन ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल ने सभी महासचिवों के साथ नव संकल्प घोषणापत्र की समीक्षा की. संरचनात्मक परिवर्तनों को कैसे लागू किया जाए, इस पर एक समान समीक्षा बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय में होगी. जिसके बाद राज्य इकाइयों के स्तर पर भी इसी तरह की कवायद की जाएगी.
प्रस्तावित कदमों में 50 वर्ष से कम आयु के सभी पदाधिकारियों में से आधे, वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने और वर्तमान राजनीतिक स्थिति का आकलन करने के लिए एक नया विभाग, संचार प्रणाली में सुधार और पार्टी नेताओं के प्रदर्शन की समीक्षा करने के लिए एक समूह शामिल हैं. माकन ने कहा कि हम इन बदलावों को लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. नए नियम सभी मौजूदा महासचिवों पर लागू होंगे.
पदाधिकारियों के कार्यकाल को पांच साल तक सीमित करने पर माकन ने स्पष्ट किया कि यह नियम कांग्रेस अध्यक्ष पर लागू नहीं होता है क्योंकि उस पद को धारण करने वाले व्यक्ति का पार्टी संविधान के अनुसार असीमित कार्यकाल होता है. माकन ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा भारत को तोड़ने की कोशिश कर रही है. भाजपा देश के लोगों को धर्म के नाम पर और अमीर-गरीब के बीच बांट रही है. जब आप लोगों को बांटते हैं तो आप देश को तोड़ते हैं. बीजेपी को अपने काम करने के तरीके पर फिर से विचार करना चाहिए. हम उनसे आग्रह करते हैं. कृपया लोगों को विभाजित न करें. उन्हें फिर से मिलाने में कई पीढ़ियां लग जाएंगी. आप देश को तोड़ रहे हैं.
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