हैदराबाद : चीनी कंपनियां एप के जरिए लोगों को लोन के जाल में फंसा रही हैं. उनको व्हाट्सएप पर मैसेज भेजे जा रहे हैं. यहां तक की उनके खातों में बिना सहमति के रकम भेजकर बाद में ब्याज सहित चुकाने का दबाव बनाया जा रहा है. पुलिस को ऐसे ही दो चीनी नागरिकों की तलाश है जो करीब तीन महीने पहले पड़ोसी देशों में चले गए हैं. वे मैसेज भेज रहे थे कि उनके लोन एप से कर्ज ले लो. उन्होंने 4.5 लाख लोगों का विवरण एकत्र किया था और उन्हें एसएमएस भेजे थे.
पुलिस ने खुलासा किया है कि लोगों को व्हाट्सएप मैसेज भेजा जा रहा था. इनका जवाब देने वालों को 1 लाख रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक की नकद राशि ट्रांसफर की जा रही है. यहां तक कि बिना सहमति के 50 हजार से 1.50 लाख रुपये जमा कर रहे थे. पुलिस अधिकारियों का अनुमान है कि उन्होंने इस उद्देश्य के लिए एक कॉर्पोरेट बैंक में खाते खोले हैं और उनकी योजना दो महीने में कम से कम 75,000 लोगों को उधार देने की है. तकनीकी सबूत सामने आने के बाद अधिकारी और सबूत जुटाने की कोशिश कर रहे हैं कि चीनी 3 महीने पहले पड़ोसी देशों में चले गए. उनके खिलाफ इंटरपोल के माध्यम से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का निर्णय लिया गया.
कुछ दिन पहले हैदराबाद के मुशीराबाद में रहने वाली एक नर्सिंग की छात्रा के खाते में लोन कंपनियों ने 50,000 रुपये ट्रांसफर किए थे. छात्र ने चेक किया कि उसे पैसे किसने भेजे और वापस भेजने की कोशिश करते की. इसी दौरान किसी ने उसे फोन किया और एक सप्ताह के भीतर मूल रकम और 80 हजार रुपये का ब्याज देने की धमकी दी. उसने कहा कि उसके खाते में ट्रांसफर किए गए पैसे से उसका कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन कॉल करने वाले ने उसकी एक नहीं सुनी और उसकी कुछ दोस्तों के साथ नग्न तस्वीरें भेजीं. ये तस्वीरें ऐसी थीं जिन्हें बदनाम करने के लिए बदलाव किया गया था.
इसी तरहा जियागुड़ा गंगानगर निवासी राजकुमार यादव (22) ने एक लोन एप से 12 हजार रुपये का कर्ज लिया. उसने 11 दिन पहले कर्ज कंपनियों के प्रतिनिधियों द्वारा समय पर ब्याज नहीं देने पर भेजे गए फोन कॉल और एसएमएस से निराश होकर आत्महत्या कर ली थी.
पढ़ें- आंध्र में ठिकाना बना रहीं चाइनीज लोन एप कंपनियां, LOAN लेने वाले रहें सतर्क