नई दिल्ली : भारत में चीनी घुसपैठ के मसले पर कांग्रेस ने केंद्रे सरकार पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी (Congress leader Abhishek Manu Singhvi) ने कहा कि यह देश के साथ एक बड़ा धोखा है और इस अहम मुद्दे पर रक्षा मंत्री,गृह मंत्री और प्रधानमंत्री की रहस्यमई चुप्पी (The mysterious silence of the Prime Minister) हैरान करने वाली है.
दरसल चीन द्वारा जनवरी महीने में अरुणाचल प्रदेश में 100 घरों के गांव के निर्माण के बाद अब चीन ने एक बार फिर भारत चीन सीमा के निकट 60 घरों का एक गांव बनाया है. सैटेलाईट तस्वीरों का हवाला देते हुए यह दावा किया जा रहा है कि चीन ने जो गांव बसाया है वह भारतीय जमीन पर है.
ताजा तस्वीरों के बारे में जानकारी देते हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यह गांव 6-7 किलोमिटर भारत के अन्दर है जो भारत के नक्शे के जद में आता है. जनवरी महीने में जिस गांव की तस्वीरें सामने आई थी उस स्थान से यह नई जगह करीब 90 किलोमिटर की दूरी पर है.
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया है कि इस मुद्दे पर सरकार देश को गुमराह कर रही है. रक्षा मंत्री कहते हैं कि एक इंच जमीन भी भारत का कोई कब्जा नहीं कर सकता लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है. जो सैटेलाईट तस्वीरें सामने आई (satellite photos surfaced) हैं वह 2 स्वतंत्र एजेन्सियों द्वारा जारी की गई हैं, जिसे पेंटागन ने भी प्रमाणित किया है.
विदेश मंत्रालय ने भी इससे इनकार नहीं किया है और जनवरी में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता (foreign ministry spokesperson) ने इस पर बयान भी जारी किया था. सितंबर-अक्टूबर में बनाया गया गांव पिछले कस्बे से 93 किलोमीटर दूर है और यह 7 किलोमीटर तक भारत के क्षेत्र में है. ये वह क्षेत्र है जिसे भारत ने हमेशा अपना कहा है. उस जमीन पर हमारा दावा रहा है.
सिंघवी ने कहा कि यह चिंता का विषय है और इसके बारे में देश की सरकार को बताना चाहिए लेकिन यह हमें बताना पड़ रहा है. कांग्रेस नेता ने सैटेलाईट तस्वीरें और भारत के नक्शे पर पहले 2019 और बाद में 2021की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि तस्वीरें साबित करती हैं कि ये सभी निर्माण 2 वर्ष के भीतर ही हुए हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि न तो भारतीय सेना ने इसे नकारा है और न ही भारत सरकार की तरफ ही इस बात से इनकार किया गया है कि जिन जगहों पर इन कस्बों का निर्माण हुआ है, वह भारत की सीमा में नहीं आता. ये जगह अंतरराष्ट्रीय सीमा और लाईन ऑफ ऐक्चुअल कंट्रोल, जो भारत की तरफ से और जिस पर भारत का अधिकार है वहां स्थित है.
सेना ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया है. संसद के पटल पर अरुणाचल के भाजपा सांसद ने भी यह मुद्दा उठाया था. वर्ष 2020 की शुरुआत में ही उन्होनें संसद में कहा था कि वह देश की मीडिया को कहना चाहते हैं कि भारत की सीमा में चीन कितनी घुसपैठ कर चुका है. इसकी कोई कवरेज नहीं की जा रही है.
यदि कोई दूसरा डोकलाम होगा तो वह अरुणाचल प्रदेश में होगा. कांग्रेस ने चीन द्वारा भारत के क्षेत्र में कब्जे के लगातार प्रयास और एक साल के भीतर भारत के अधिकार क्षेत्र में घुस कर किए गए निर्माण कार्य पर मोदी सरकार पर गैरजिम्मेदार होने का आरोप लगाया है.