कवर्धा/रायपुर: मंगलवार को सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ को बड़ी सौगात दी है. राज्य के कबीरधाम जिले में प्रदेश के पहले एथेनॉल प्लांट का शुभारंभ सीएम भूपेश बघेल ने किया है. यह प्लांट करीब 141 करोड़ की लागत से बना है. इसका लोकार्पण सीएम ने करते हुआ कहा कि यह हमारी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. यह प्रदेश का गन्ना आधारित सबसे बड़ा और पहला एथेनॉल प्लांट है. एथेनॉल प्लांट की स्थापना भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने की जमीन पर किया गया है.
पीपीपी मॉडल से बना है एथेनॉल प्लांट: यह इथेनॉल प्लांट पीपीपी मॉडल पर बनकर तैयार हुआ है. भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने तथा छत्तीसगढ़ डिस्टीलरी लिमिटेड की सहायक इकाई एनकेजे बॉयोफ्यूल लिमिटेड के बीच करार हुआ. जिसके बाद यह प्लांट बनकर तैयार हुआ है. यह तीनों इकाई मिलकर काम करेगी. इस प्लांट के बनने से रोजगार के अवसर पैदा होंगे. इससे प्रदेश में आर्थिक समृद्धि आएगी और बायोफ्यूल की दिशा में राज्य आगे बढ़ेगा.
किसानों को होगा फायदा: इस प्लांट के बनने से किसानों को फायदा होगा. भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने के एमडी ने इस प्लांट को लेकर जानकारी दी है. उन्होंने इसे राज्य और देश के लिए काफी उपयोगी बताया है.
First Ethanol Plant In Kabirdham: कबीरधाम में बना छत्तीसगढ़ का पहला एथेनॉल प्लांट, सीएम भूपेश करेंगे उद्घाटन |
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"इथेनॉल प्लांट में हाईब्रिड टेक्नालाजी का इस्तेमाल किा गया है. जिसमें गन्ना पेराई सीजन के दौरान सीधे गन्ने के जूस से तथा ऑफ सीजन के दौरान मोलासीस से इथेनॉल बनाया जाएगा. गन्ने के रस को इथेनॉल में बदलने के कारण अधिक जूस की जरूरत पड़ेगी. जिसके लिए किसानों से भारी मात्रा में गन्ने की खरीदी होगी. इससे गन्ना किसानों को अच्छा मुनाफा होगा. किसानों को सही समय पर भुगतान भी मिलेगा. इससे किसानों की आय में इजाफा होगा":भूपेन्द्र ठाकुर, एमडी, भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना, कवर्धा
सीएम भूपेश बघेल ने इथेनॉल प्लांट के छत्तीसगढ़ में शुरू होने पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि यह हमारे प्रदेश के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा.