रायपुर: छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में ईडी ने रायपुर की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दिया. ईडी ने कोर्ट में करीब 16 हजार पन्नों का प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट फाइल किया है. जिसमें यह बताया गया है कि आरोपियों ने कैसे सरकारी सिस्टम का गलत इस्तेमाल करते हुए शराब घोटाले को अंजाम दिया. एक तरह के सिंडिकेट को तैयार कर छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला किया गया.
ईडी के आरोपपत्र में इस बात का भी जिक्र है कि शराब घोटाले से अर्जित की गई राशि को राजनीतिक साझेदारों के साथ बांटा गया. ईडी ने सिलसिलेवार ढंग से कोर्ट में आरोप पत्र को दाखिल किया. 16 हजार पन्नों के चार्जशीट को दो बड़े से बक्शे में भरकर कोर्ट तक लाया गया.उसके बाद इसे कोर्ट में पेश किया गया.
"बहुत दिनों से हमारी इन्वेस्टिगेशन चल रही थी. जो छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले से जुड़ी हुई है. शेड्यूल ऑफेंस केस और इससे जुड़े प्रॉसीक्यूशन कंप्लेंट पहले इनकम टैक्स विभाग ने दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में फाइल की थी. उससे रिलेटेड ईसीआईआर रजिस्टर्ड किया गया था. जिसके तहत मनी लॉन्ड्रिंग का केस भी शुरू हुआ.जिसमें हमने 5 लोगों की गिरफ्तारी की. इनमें कारोबारी अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, अरुण पति त्रिपाठी और अरविंद सिंह हैं. फिर हमने अपनी जांच को आगे बढ़ाया"- सौरभ पांडे, वकील, ईडी
चार्जशीट में क्या क्या बातों का है उल्लेख: ईडी के वकील सौरभ पांडे ने बताया कि" हमने पहली गिरफ्तारी 6 मई को की थी. उसके 60 दिन के अंदर हमें चार्जशीट कोर्ट के समक्ष दाखिल करना था. आज हमने अपना प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट स्पेशल कोर्ट में प्रस्तुत किया है. गिरफ्तार 5 आरोपियों से प्रोसीड ऑफ क्राइम जनरेट हुआ है. इस संबंध में इन्वेस्टिगेशन करके सबूत कोर्ट के सामने हमने पेश किए हैं. इसके अलावा दो कंपनियों को भी हमने पार्टी बनाया है. कुल सात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. कुल 16 हजार पन्नों में सारी बातों का जिक्र किया गया है. हमने इस चार्जशीट में एक हार्ड डिस्क और सीडी जमा की है. लगभग 11 हजार 893 पन्नों की हार्ड कॉपी भी न्यायलय के समक्ष प्रस्तुत की है."
शराब घोटाले में और भी लोगों की हो सकती है गिरफ्तारी: ईडी के वकील ने कहा है कि "आने वाले समय में अन्य लोगों की गिरफ्तारियां हो सकती है. इसकी संभावना है. क्योंकि इन्वेस्टिगेशन प्रोसीड ऑफ क्राइम से संबंधित है. जैसे जैसे अन्य जानकारी मिलती जाएगी. जांच में जिनके नाम आएंगे उनकी गिरफ्तारियां होगी. हम इस जांच को लेकर आने वाले दिनों में फर्स्ट सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी फाइल करते हैं. तो अन्य लोगों के नाम भी इसमें आ सकते हैं."
मंगलवार को अरुण पति त्रिपाठी की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी. हालांकि ईडी की ओर से न्यायालय के समक्ष प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट फाइल करनी थी. ऐसे में ईडी की ओर से सुनवाई की तारीख आगे बढ़ाने का निवेदन किया गया. जिसे न्यायाधीश ने स्वीकार करते हुए अरुण पति त्रिपाठी की जमानत याचिका की सुनवाई की तारीख 11 जुलाई तय कर दी है.